हरदोई, (कछौना) लक्ष्मी कान्त पाठक (वेब वार्ता)। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत विद्यालयों को आपस में जोड़ने की नीति का उद्देश्य संसाधनों का बेहतर उपयोग और शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाना है, लेकिन कछौना ब्लॉक के ग्राम कन्हौआ के बच्चों के लिए यह योजना खतरे की घंटी बन गई है।
गांव का प्राथमिक विद्यालय, प्राथमिक विद्यालय बाबुरहा में मर्ज किया जा रहा है, जबकि वहां तक पहुंचने का कोई सुरक्षित पक्का मार्ग नहीं है। एक ओर कच्चा रास्ता और दूसरी ओर बरसाती नाला — बरसात में दोनों ही रास्ते कीचड़ और पानी से लबालब हो जाते हैं।
दूसरा विकल्प रेलवे ब्रांच लाइन के किनारे से होकर है, जहां बारिश में पानी भरने पर नौनिहालों को रेल पटरी पार कर स्कूल जाना पड़ेगा।
इस गंभीर खतरे को देखते हुए सदस्य विधान परिषद अशोक अग्रवाल ने स्पष्ट विरोध जताते हुए शासन-प्रशासन से मांग की कि जनहित में प्राथमिक विद्यालय कन्हौआ को पेयरिंग से बाहर रखा जाए।

ग्रामीणों ने भी MLC के इस कदम की सराहना करते हुए कहा कि बच्चों की शिक्षा जरूरी है, लेकिन उनकी जान की कीमत पर नहीं।