फाजिलनगर विधायक सुरेंद्र कुमार कुशवाहा समेत सैकड़ों लोगों ने जताया सम्मान
कुशीनगर, ममता तिवारी (वेब वार्ता)। फाजिलनगर क्षेत्र के ग्राम जौरा बाजार तिवारी टोला में रविवार को स्वर्गीय हरिकेश मिश्र के ब्रह्मभोज कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और गणमान्य व्यक्तियों ने स्व. मिश्र के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे फाजिलनगर के विधायक सुरेंद्र कुमार कुशवाहा ने कहा कि “व्यक्ति अपने कर्मों और कृतित्वों के कारण हमेशा याद किया जाता है। स्व. हरिकेश मिश्र कर्मठता की प्रतिमूर्ति थे और उन्होंने कठिन परिश्रम से अपने व्यवसाय को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।” उन्होंने कहा कि उनकी सरलता और सहजता उन्हें हमेशा लोगों की स्मृतियों में जीवित रखेगी।
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद कुशीनगर के अध्यक्ष प्रभुनंद उपाध्याय ने उन्हें “बहुआयामी व्यक्तित्व का धनी” बताते हुए कहा कि वे समाज के हर वर्ग से सहज संपर्क रखते थे। समाजसेवी पं. अजय शुक्ला ने उनके लोकव्यवहार को उनकी सबसे बड़ी पहचान बताया, जबकि पूर्व जिपंस ज्ञानेश्वर द्विवेदी दीपक ने कहा कि उनकी सादगी और लोकप्रियता उन्हें विशिष्ट बनाती थी।
कार्यक्रम में पूर्व प्रधानाचार्य दयाशंकर मिश्र, हरिशंकर उपाध्याय, श्रीकांत मिश्र, स्वतंत्रता सेनानी आश्रित संगठन के जिला उपाध्यक्ष देवेन्द्र (इंदू) उपाध्याय, श्री दुर्गा इंटर कॉलेज खोटहीं कप्तानगंज के प्रबंधक राजकिशोर सिंह, भाजपा नेता केशव पांडेय, शिक्षक नेता ज्योतिष पांडेय, सहित कई सामाजिक व राजनीतिक हस्तियां मौजूद रहीं।
गांव और आसपास के क्षेत्रों से ग्राम प्रधान शम्भू बरनवाल, बबलू राय, पूर्व प्रधान मनीष तिवारी, प्रमोद शुक्ला, देवानंद गिरी, और अन्य लोगों ने श्रद्धा-सुमन अर्पित किए।
स्व. मिश्र के पुत्र मृत्युंजय मिश्र और सूरज मिश्र ने अपने पिता के दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प दोहराया और सभी आगंतुकों के प्रति आभार व्यक्त किया। परिजनों में भाई सुग्रीव मिश्र, भतीजे अरविंद मिश्र, अजीत मिश्र, अनूप मिश्र, अतुल मिश्र और पौत्रगण स्वप्निल, केतन, अनिकेत को भी गणमान्य लोगों ने सांत्वना दी।
कार्यक्रम में सैकड़ों ग्रामीणों और शहर के लोगों ने सम्मिलित होकर यह साबित किया कि स्व. हरिकेश मिश्र का व्यक्तित्व और योगदान उन्हें सदैव लोगों के दिलों में जीवित रखेगा।