हरदोई, लक्ष्मीकान्त पाठक (वेब वार्ता)। “समर्थ उत्तर प्रदेश – विकसित उत्तर प्रदेश 2047” अभियान के तहत सोमवार को कलेक्ट्रेट के स्वामी विवेकानंद सभागार में प्रबुद्धजनों की एक कार्यशाला आयोजित की गई। इस अवसर पर प्रदेश स्तरीय समिति के सदस्य के. रविन्द्र नायक, राकेश कुमार सूद, नरेश चन्द्र शुक्ला, डॉ. राघवेन्द्र प्रताप सिंह, और अरविन्द कुमार जैन उपस्थित रहे। समिति ने कृषकों, विद्यार्थियों, बुद्धिजीवियों, शिक्षकों, उद्यमियों, स्वयंसेवी संस्थाओं, और मीडिया प्रतिनिधियों से संवाद कर विकसित उत्तर प्रदेश 2047 के लिए बहुमूल्य सुझाव प्राप्त किए।
विकसित उत्तर प्रदेश समर्थ उत्तर प्रदेश @2047 संकल्प के अंतर्गत जनपद हरदोई में कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के प्रबुद्धजनों के सम्मिलित हुए।प्रबुद्धजनों द्वारा संडीला मे HCL फाउंडेशन द्वारा विकसित Centre For Agriculture Technology Transfer का भ्रमण किया गया pic.twitter.com/HbaWvIG741
— Krishi Vibhag Gov UP (@jdabureau) September 9, 2025
कार्यशाला की शुरुआत
शिक्षा क्षेत्र से चर्चा: कार्यशाला की शुरुआत बेसिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों के साथ विचार-विमर्श से हुई। राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर पुरस्कृत विद्वानों ने भी अपने विचार साझा किए।
विद्यार्थियों के सुझाव:
कक्षा 8 से ऊपर के सभी विद्यालयों में खेल सुविधाएं और खेल मैदानों का निर्माण।
शिक्षा में विज्ञान और नवाचार को शामिल करना।
क्रिएटिव लर्निंग को बढ़ावा देना।
विद्यालयों तक पहुंचने के लिए निःशुल्क या सब्सिडी युक्त परिवहन व्यवस्था।
प्रत्येक क्षेत्र में विज्ञान पार्क और विज्ञान सिटी की स्थापना।
कृषकों के सुझाव
कृषकों ने कृषि क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने के लिए निम्नलिखित सुझाव दिए:
निर्यात नीति को सशक्त रूप से लागू करना।
जैविक उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा देना।
कृषि क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के लिए ठोस नीतियां और समर्थन।
प्रदेश समिति ने इन सुझावों की सराहना करते हुए कहा कि ये नीति-निर्माण प्रक्रिया में ठोस आधार प्रदान करेंगे।
अन्य क्षेत्रों से संवाद
उद्यमी और व्यवसायी: एचसीएल फाउंडेशन, कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों, और एफपीओ प्रतिनिधियों ने भी अपने विचार साझा किए।
स्वयंसेवी संगठन: सामाजिक कार्यों में योगदान और विकास के लिए नवीन दृष्टिकोण प्रस्तुत किए।
मीडिया संबोधन: समिति ने बताया कि आम नागरिक अपने सुझाव ऑनलाइन पोर्टल https://samarthuttarpradesh.up.gov.in या सूचना सेतु एप के माध्यम से दे सकते हैं। पोर्टल को मोबाइल और कंप्यूटर दोनों के लिए उपयोगकर्ता-अनुकूल बनाया गया है। क्यूआर कोड स्कैन कर भी सुझाव दर्ज किए जा सकते हैं।
प्रशासन का योगदान
जिलाधिकारी अनुनय झा ने आश्वस्त किया कि कार्यशाला में प्राप्त सभी सुझावों को जनपदीय अधिकारी व्यक्तिगत रुचि के साथ लागू करने का प्रयास करेंगे।
मुख्य विकास अधिकारी सान्या छाबड़ा ने पिछले 8 वर्षों में हरदोई में शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग, कृषि, पशुपालन, बागवानी, और मत्स्य पालन में प्राप्त उपलब्धियों का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया।
उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
कार्यशाला में अर्थ एवं संख्या अधिकारी राम प्रकाश वर्मा, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी विजय प्रताप सिंह, अपर जिला सूचना अधिकारी दिव्या निगम, संबंधित विभागों के अधिकारी, व्यापारी, उद्यमी, छात्र-छात्राएं, और गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
हरदोई में आयोजित प्रबुद्धजनों की कार्यशाला ने विकसित उत्तर प्रदेश 2047 के विजन को साकार करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया। कृषकों, विद्यार्थियों, और प्रबुद्धजनों के सुझाव न केवल नीति-निर्माण में सहायक होंगे, बल्कि शिक्षा, कृषि, और नवाचार के क्षेत्र में हरदोई को आत्मनिर्भर और विकसित बनाने में भी योगदान देंगे। यह कार्यशाला सामुदायिक सहभागिता और विकास के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक रही।