-हरदोई में ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन ने भरी हुंकार
हरदोई, लक्ष्मीकांत पाठक (वेब वार्ता)। ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन, हरदोई ने मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित एक सात सूत्रीय मांग पत्र जिलाधिकारी अनुनय झा को सौंपा। इस दौरान दो सौ से अधिक पत्रकारों ने एकजुट होकर ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत पत्रकारों के लिए मूलभूत सुविधाओं की मांग की। एसोसिएशन ने कहा कि ग्रामीण अंचलों की समस्याओं को शासन-प्रशासन तक पहुंचाने वाले पत्रकार कई सुविधाओं से वंचित हैं, और सरकार को उनकी मांगों पर तत्काल ध्यान देना चाहिए।
सात सूत्रीय मांगें
ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन ने अपनी मांगों में निम्नलिखित बिंदुओं को शामिल किया:
लखनऊ में कार्यालय भवन का आवंटन: ग्रामीण पत्रकारों के लिए लखनऊ में एक कार्यालय भवन आवंटित किया जाए ताकि प्रदेश स्तर की बैठकों और गतिविधियों को सुचारू रूप से संचालित किया जा सके।
आयुष्मान भारत योजना का लाभ: ग्रामीण पत्रकारों को आयुष्मान भारत योजना के तहत स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जाएं।
बीमा और पेंशन सुविधा: पत्रकारों के लिए बीमा योजना लागू की जाए और 60 वर्ष से अधिक आयु के पत्रकारों को पेंशन सुविधा दी जाए।
एफआईआर से पहले जांच: पत्रकारों के खिलाफ प्राथमिकी (FIR) दर्ज करने से पहले सर्किल स्तर पर राजपत्रित अधिकारी द्वारा जांच अनिवार्य की जाए ताकि उत्पीड़न को रोका जा सके।
तहसील स्तर पर नियमित बैठकें: पत्रकारों और तहसील अधिकारियों के बीच नियमित बैठकें आयोजित की जाएं ताकि स्थानीय समस्याओं पर बेहतर समन्वय हो सके।
आर्थिक सहायता: प्राकृतिक आपदा या दुर्घटना में मृत पत्रकारों के परिजनों को 5 लाख रुपये की तत्काल सहायता और मुख्यमंत्री राहत कोष से 20 लाख रुपये तक की आर्थिक मदद दी जाए।
फर्जी पत्रकारों पर कार्रवाई: फर्जी पत्रकारों की पहचान कर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए ताकि पत्रकारिता की विश्वसनीयता बनी रहे।
प्रदर्शन और पत्रकारों की एकजुटता
सुभाष चौक से शुरू हुआ यह प्रदर्शन कलेक्ट्रेट तक पहुंचा, जहां पत्रकारों ने जिलाधिकारी अनुनय झा को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान पत्रकारों ने ग्रामीण क्षेत्रों में कठिन परिस्थितियों में काम करने की चुनौतियों को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण पत्रकार समाज की आवाज को शासन तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, लेकिन उन्हें मूलभूत सुविधाओं जैसे स्वास्थ्य, बीमा, और सुरक्षा से वंचित रखा जाता है।
प्रदर्शन में मंडल अध्यक्ष अखिलेश सिंह, जिला अध्यक्ष देवेंद्र कुमार सिंह (बबलू सिंह), आईएनए चीफ एडिटर विजयलक्ष्मी सिंह, विकास मिश्रा, सुधांशु सिंह, रजनीश सिंह, नवल किशोर, मुकेश सिंह, सागर पांडेय, बबलू प्रजापति, फूल सिंह, सुनील राठौर, सुधीर राठौर, नीरज अवस्थी, अमित अवस्थी, नंदकिशोर गुप्ता, मायप्रकाश अग्निहोत्री, अखिलेश गुप्ता, मनीष तिवारी, रामनरेश आर्य, राहुल गुप्ता, जितेंद्र कुमार, संजय मौर्या, रामकिशोर शर्मा, मो. इस्लाम, नूरुद्दीन, शमसुद्दीन, सैयद अनवार हुसैन, मो. अशद सहित दो सौ से अधिक पत्रकार शामिल रहे।
तहसील स्तर पर भी मुकेश सिंह सोमवंशी (तहसील अध्यक्ष), अजीत प्रताप (तहसील महामंत्री), प्रियदर्शी गुप्ता (कोषाध्यक्ष), सी.पी. मौर्या, सुशांत सिंह, गंगा शंकर दीक्षित सहित शाहाबाद, संडीला, और पिहानी ब्लॉकों की टीमें मौजूद रहीं।
सामाजिक और प्रशासनिक संदर्भ
यह प्रदर्शन ग्रामीण पत्रकारों की लंबे समय से चली आ रही मांगों को उजागर करता है। हाल ही में अयोध्या और बलिया में भी ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन ने इसी तरह की मांगों के साथ ज्ञापन सौंपे हैं। हरदोई में पत्रकारों ने एकजुट होकर अपनी आवाज बुलंद की, जो पत्रकारिता की स्वतंत्रता और ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत पत्रकारों की चुनौतियों को दर्शाता है।
जिलाधिकारी अनुनय झा ने ज्ञापन स्वीकार करते हुए आश्वासन दिया कि मांगों को गंभीरता से सरकार तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने पत्रकारों की भूमिका को सराहा और कहा कि उनकी समस्याओं के समाधान के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे।
निष्कर्ष
ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन का यह प्रदर्शन ग्रामीण पत्रकारिता को मजबूत करने और पत्रकारों के कल्याण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यदि सरकार इन मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई करती है, तो यह न केवल ग्रामीण पत्रकारों को सुरक्षा और सम्मान प्रदान करेगा, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याओं को और प्रभावी ढंग से उजागर करने में भी मदद करेगा।