हरदोई, लक्ष्मीकान्त पाठक (वेब वार्ता)। कृषि विभाग रोज़ाना दावा कर रहा है कि जिले में खाद की भरपूर उपलब्धता है, लेकिन ज़मीनी सच्चाई इससे बिल्कुल अलग है। किसान सरकारी गोदामों और सहकारी समितियों के चक्कर लगाते-लगाते थक चुके हैं, कई-कई दिन लाइन में खड़े रहने के बावजूद उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ रहा है।
किसानों की नाराज़गी—‘बैक डोर सप्लाई’ के आरोप
किसानों का कहना है कि रसूखदार लोगों को ‘बैक डोर’ से खाद मिल रही है, जबकि आम किसानों को टोकन और पर्ची के बावजूद निराशा मिल रही है। महिलाएं तक पांच दिनों से लाइन में खड़ी हैं, पर खाद नहीं मिली।
गुरुवार को भड़का गुस्सा—सड़क जाम
गुरुवार को बिलग्राम–हरदोई मुख्य मार्ग पर किसानों ने जाम लगा दिया, जिससे हरदोई–कानपुर और हरदोई–कन्नौज मार्ग पर यातायात घंटों बाधित रहा।
पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और किसानों को समझा-बुझाकर जाम खुलवाया।
किसानों की चेतावनी
किसानों ने प्रशासन को स्पष्ट चेतावनी दी:
“अगर जल्द खाद की आपूर्ति नहीं हुई, तो आंदोलन और उग्र होगा।”