हरदोई, लक्ष्मीकान्त पाठक (वेब वार्ता)। उत्तर प्रदेश में सरकारी नौकरियों के लिए महत्वपूर्ण प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (PET) की तैयारी जोरों पर है। आगामी 06 और 07 सितंबर को दो पालियों में आयोजित होने वाली इस परीक्षा के लिए हरदोई जिले में विशेष तैयारियां की जा रही हैं। जिलाधिकारी अनुनय झा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में परीक्षा को निष्पक्ष और सुरक्षित ढंग से संपन्न कराने के लिए विस्तृत निर्देश दिए गए। इस बैठक में जिले के सभी संबंधित अधिकारियों ने भाग लिया, जिसमें परीक्षा केंद्रों पर बुनियादी सुविधाओं से लेकर सुरक्षा व्यवस्था तक पर जोर दिया गया।
PET परीक्षा का महत्व और पृष्ठभूमि
प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (PET) उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) द्वारा आयोजित की जाती है, जो विभिन्न सरकारी पदों के लिए उम्मीदवारों की योग्यता जांचती है। यह परीक्षा लाखों युवाओं के लिए सरकारी नौकरी का पहला द्वार है। हरदोई जिले में इस वर्ष हजारों अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होंगे, और जिला प्रशासन ने सुनिश्चित किया है कि कोई भी अनियमितता न हो। जिलाधिकारी अनुनय झा ने बैठक में स्पष्ट किया कि परीक्षा की शुचिता बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता है, ताकि अभ्यर्थियों को किसी असुविधा का सामना न करना पड़े।
जिलाधिकारी के प्रमुख निर्देश
बैठक में जिलाधिकारी ने परीक्षा केंद्रों पर सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करने के सख्त आदेश दिए। उन्होंने कहा, “प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर पार्किंग की उचित व्यवस्था की जाए, अभ्यर्थियों के मोबाइल फोन और अन्य सामान रखने के लिए क्लॉक रूम उपलब्ध हो, सीसीटीवी कैमरों से निरंतर निगरानी हो, और मुख्य द्वार पर विशेष सुरक्षा बल तैनात किया जाए।” इसके अलावा, केंद्र व्यवस्थापकों और पर्यवेक्षकों को समय से केंद्र पहुंचने के निर्देश दिए गए। जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेटों को परीक्षा से पहले अपने-अपने केंद्रों का निरीक्षण करने का आदेश दिया गया, ताकि कोई कमी न रह जाए।
जिलाधिकारी ने विशेष रूप से जोर दिया कि प्रबंधक और अध्यापक अभ्यर्थियों के साथ मानवीय व्यवहार करें। उन्होंने कहा, “अभ्यर्थी हमारे जिले के युवा हैं, और उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए। परीक्षा केंद्रों की सुरक्षा चाक-चौबंद रहेगी, लेकिन पुलिस कर्मी केवल केंद्र के बाहर ही तैनात रहेंगे, ताकि अभ्यर्थियों पर कोई अनावश्यक दबाव न पड़े।” यह निर्देश परीक्षा के दौरान तनावमुक्त वातावरण सुनिश्चित करने के लिए दिए गए हैं।
बैठक में उपस्थित अधिकारी और उनकी भूमिका
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी सान्या छाबड़ा, अपर जिलाधिकारी और नोडल अधिकारी प्रियंका सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस), बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए), प्रभारी जिला सूचना अधिकारी दिव्या निगम सहित सभी जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेट तथा अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे। इन अधिकारियों को परीक्षा की तैयारी में अपनी-अपनी जिम्मेदारियां सौंपी गईं। उदाहरण के लिए, नोडल अधिकारी प्रियंका सिंह को केंद्रों की निगरानी और रिपोर्टिंग का दायित्व दिया गया, जबकि बीएसए को अभ्यर्थियों की सुविधाओं पर ध्यान केंद्रित करने को कहा गया।
परीक्षा की चुनौतियां और समाधान
PET परीक्षा में अक्सर नकल, सुरक्षा और सुविधाओं की कमी जैसी चुनौतियां सामने आती हैं। हरदोई जिला प्रशासन ने इनसे निपटने के लिए पहले से ही योजना बनाई है। सीसीटीवी कैमरों के अलावा, बायोमेट्रिक सत्यापन और सख्त पहचान जांच की व्यवस्था की जाएगी। अभ्यर्थियों को सलाह दी जाती है कि वे समय से केंद्र पहुंचें और सभी आवश्यक दस्तावेज साथ लाएं। जिला प्रशासन ने अपील की है कि कोई भी अनियमितता की शिकायत तुरंत दर्ज कराई जाए, ताकि त्वरित कार्रवाई हो सके।
निष्कर्ष: निष्पक्ष परीक्षा के लिए प्रतिबद्धता
यह बैठक PET परीक्षा की सफलता के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। जिलाधिकारी अनुनय झा की अगुवाई में जिला प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि परीक्षा को पूरी पारदर्शिता और सुरक्षा के साथ आयोजित किया जाएगा। अभ्यर्थियों के लिए यह एक सुनहरा अवसर है, और प्रशासन की तैयारी से उम्मीद है कि परीक्षा सुचारू रूप से संपन्न होगी। अधिक जानकारी के लिए UPSSSC की आधिकारिक वेबसाइट पर संपर्क करें।