देवरिया, ममता तिवारी (वेब वार्ता)। उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में पशुओं में बढ़ते लम्पी स्किन डिज़ीज़ (एलएसडी) के मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन सतर्क हो गया है। प्रशासन ने गाँव-गाँव टीमें भेजकर टीकाकरण और जागरूकता अभियान शुरू कर दिया है।
जिलाधिकारी श्रीमती दिव्या मित्तल ने पशुपालकों से अपील की है कि वे समय पर अपने पशुओं का टीकाकरण कराएँ और बीमारी के लक्षणों को नज़रअंदाज़ न करें।
लम्पी स्किन डिज़ीज़ क्या है?
यह बीमारी मुख्यतः गाय और बैलों में पाई जाती है। इसके लक्षण:
त्वचा पर गांठें निकलना
बुखार आना
दूध उत्पादन में कमी
पशुओं का कमजोर होना
जिलाधिकारी ने दिए महत्वपूर्ण सुझाव
शासन द्वारा पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध कराई गई है।
टीकाकरण अभियान शुरू हो चुका है, टीमें गाँव-गाँव पहुँच रही हैं।
यदि किसी पशु में लक्षण दिखें, तो उसे स्वस्थ पशुओं से अलग रखें।
पशुओं को मच्छरदानी में रखें ताकि संक्रमण न फैले।
पशुशाला की नियमित सफाई करें और मच्छर-मक्खियों से बचाव के लिए दवा का छिड़काव करें।
एंटीबायोटिक का उपयोग न करें, क्योंकि यह लिवर को नुकसान पहुँचा सकता है।
घाव ठीक होने में 15 दिन से एक माह लग सकता है।
एक ही डॉक्टर की देखरेख में इलाज कराएँ।
जिलाधिकारी का संदेश
“पशुपालक घबराएँ नहीं, बल्कि सतर्क रहें और समय पर टीकाकरण कराएँ। किसी भी समस्या पर नज़दीकी पशु चिकित्सक से तुरंत संपर्क करें।”