देवरिया, ममता तिवारी (वेब वार्ता)। जिले के रामपुर कारखाना थाने में तैनात एक सिपाही को उच्चाधिकारियों के साथ अनुशासनहीन तरीके से बातचीत करने के आरोप में गुरुवार को निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर द्वारा की गई, जिन्होंने सिपाही राहुल यादव के खिलाफ गंभीर अनुशासनात्मक उल्लंघन की जाँच के बाद यह आदेश जारी किया।
क्यों हुई निलंबन की कार्रवाई?
पुलिस प्रवक्ता द्वारा जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, सिपाही राहुल यादव पर निम्नलिखित आरोप तय किए गए हैं:
उच्चाधिकारियों के साथ अनुशासनहीन तरीके से बातचीत करना।
थाना पर आने वाले आगंतुकों और मजरूबगण (शिकायतकर्ताओं) के साथ अमर्यादित व्यवहार करना।
कर्तव्य के प्रति घोर उदासीनता और अकर्मण्यता दिखाना।
स्वेच्छाचारिता का व्यवहार करना।
विभागीय जाँच शुरू
निलंबन के साथ ही निलंबित सिपाही के खिलाफ एक विभागीय जाँच भी शुरू की गई है। इस जाँच में सभी आरोपों की गहनता से छानबीन की जाएगी और तथ्यों का पता लगाया जाएगा। जाँच के आधार पर भविष्य में और भी कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है।
पुलिस प्रशासन की शून्य सहनशीलता नीति
यह कार्रवाई पुलिस प्रशासन की शून्य सहनशीलता नीति को दर्शाती है, जिसके तहत अपने ही विभाग के किसी भी कर्मचारी द्वारा अनुशासन भंग करने या नागरिकों के साथ दुर्व्यवहार की स्थिति में कोई रियायत नहीं दी जाती है। पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर का यह कदम विभाग के भीतर अनुशासन और जवाबदेही के एक स्पष्ट संदेश के रूप में देखा जा रहा है।