वाराणसी, (वेब वार्ता)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में पहली बार ‘जनता दरबार’ लगाया। अब तक सीएम योगी लखनऊ और गोरखपुर में जनता दरबार आयोजित कर जनता की समस्याएं सुनते रहे हैं, लेकिन वाराणसी में यह उनका पहला जनता दरबार है।
शनिवार सुबह सर्किट हाउस वाराणसी में आयोजित इस जनता दरबार में बड़ी संख्या में लोग अपनी समस्याएं और शिकायतें लेकर पहुंचे। मुख्यमंत्री ने प्रत्येक शिकायत को गंभीरता से सुना और मौके पर मौजूद अधिकारियों को तत्काल समाधान के निर्देश दिए।
👉 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (Twitter) पर मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से लिखा गया:
“सेवा, सुरक्षा और लोक-कल्याण के लिए प्रतिबद्ध मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को वाराणसी स्थित सर्किट हाउस में आयोजित ‘जनता दर्शन’ में आए लोगों की समस्याएं सुनीं। मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को जनसमस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए निर्देश दिए।”
बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा
अपने वाराणसी दौरे के पहले दिन सीएम योगी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात कर उन्हें राहत सामग्री बांटी और आश्वस्त किया कि सरकार इस कठिन समय में उनके साथ खड़ी है।
सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि:
बाढ़ प्रभावित किसानों को तुरंत मुआवजा दिया जाए।
राहत वितरण कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
सभी कार्य समयबद्ध तरीके से पूरे किए जाएं।
मॉरीशस पीएम के आगमन की तैयारियां
आगामी दिनों में वाराणसी दौरे पर प्रस्तावित मॉरीशस के प्रधानमंत्री के स्वागत और सुरक्षा व्यवस्था की तैयारियों की भी समीक्षा सीएम योगी ने की।
धार्मिक स्थलों पर दर्शन
वाराणसी प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री ने काशी विश्वनाथ मंदिर और काल भैरव मंदिर में दर्शन-पूजन भी किया और नगरवासियों के सुख-समृद्धि की कामना की।