बरेली, (वेब वार्ता)। बरेली में वसूली और मनमानी कार्यशैली के फेर में पुलिस का रसूख दांव पर है। आला अधिकारी सोशल पुलिसिंग पर जोर देते हैं, लेकिन कुछ पुलिसवाले खाकी की साख पर बट्टा लगा रहे हैं। लोकसभा चुनाव के बाद सीएम योगी ने भ्रष्टाचार पर लगाम कसने के निर्देश दिए हैं। लेकिन बरेली में भ्रष्टाचार के मामलों में कई पुलिसवाले गिरफ्तार किए जा चुके हैं तो कई के खिलाफ जांच लंबित है। पेश है एक रिपोर्ट…।
एसी प्रकरण : सीओ लाइन समेत नौ पुलिसकर्मियों को नोटिस जारी
सीओ लाइन प्रियतोष त्रिपाठी पर विभाग के मुख्य आरक्षी धमेंद्र कुमार ने गंभीर आरोप लगाकर विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार की पोल खोली है। इस मामले में जांच अधिकारी एसपी दक्षिणी मानुष पारीक ने सीओ व धर्मेंद्र समेत नौ लोगों को नोटिस जारी कर बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया है। धर्मेंद्र का आरोप है कि उसके स्टोर प्रभारी पद पर रहते आरआई के मौखिक निर्देश पर सीओ के सरकारी आवास में एसी लगवाया गया था।
जब वह एसी के अनुमतिपत्र पर हस्ताक्षर कराने गया तो सीओ ने कहा कि इसे एडजस्ट करो। आरोप था कि इससे पहले सीओ फ्रिज और डिश का कनेक्शन भी ले चुके हैं, जिसका भुगतान नहीं किया गया। वह 46 हजार रुपये के होम थियेटर की मांग कर रहे थे। जब उसने मना किया तो सीओ ने उसे स्टोर इंचार्ज के पद से हटा दिया।