नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। दिल्ली में दक्षिण पश्चिम जिले की वाहन चोरी निरोधक दस्ते (एएटीएस) ने दो नशा तस्करों को गिरफ्तार कर उनके पास से डेढ़ करोड़ रुपये की कोकेन बरामद की है। पुलिस ने इनके पास से 141.9 ग्राम कोकेन बरामद की है। पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार तस्करों में एक अफ्रीकी नागरिक याओ है, जो टूरिस्ट वीजा पर भारत आया था और वीजा समाप्त होने के बाद अवैध रूप से रह रहा था। वहीं, दूसरा आरोपी बिहार निवासी विकास है, जो यहां छतरपुर में रह रहा था। दोनों आरोपियों की मुलाकात गुरुग्राम स्थित भौंडसी जेल में हुई थी।
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त आकांक्षा यादव ने बताया कि नशा मुक्त दिल्ली अभियान के तहत दक्षिण-पश्चिम जिले में ड्रग तस्करों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इसी के तहत एएटीएस को सूचना मिली थी कि भीकाजी कामा प्लेस के पास दो तस्कर कोकेन की आपूर्ति करने आने वाले हैं। सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने वहां अपना जाल बिछाया। थोड़ी देर बाद पुलिस ने वहां आए, जिनमें एक अफ्रीकी मूल का था। पुलिस ने दोनों को रोककर उनकी तलाशी ली तो उनके पास से 141.9 ग्राम कोकेन बरामद हुई।
आरोपियों की पहचान याओ अफ्रीका के रूप में हुई, जोकि यहां जाफराबाद में रहता था और दूसरा आरोपित मूलरूप से मुजफ्फरपुर, बिहार का रहने वाला विकास है, जो यहां छतरपुर में रह रहा था। आरोपी दिल्ली-एनसीआर में कोकीन की आपूर्ति करते थे। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी कोकेन कहां से और किससे लेकर आते थे पुलिस उस नेटवर्क के बारे में जांच कर रही है।
पूछताछ में याओ ने बताया कि वह वर्ष 2018 में टूरिस्ट वीजा पर भारत आया था और वीजा समाप्त होने के बाद अवैध रूप से यहां रह रहा था। जल्दी और आसान पैसा कमाने की लालच में याओ कोकीन की आपूर्ति करने लगा। इस दौरान वह गुरुग्राम पुलिस के हत्थे चढ़ गया और उसे भोंडसी जेल भेज दिया गया।
नौकरी की तलाश में बिहार से यहां आया था
इस दौरान जेल में उसकी मुलाकात विकास से हुई। विकास भी नशा तस्करी के आरोप में भोंडसी जेल में बंद था। पिछले साल दिसंबर में जेल से बाहर आकर दोनों मिलकर नशा आपूर्ति करने लगे। विकास पहले उन सुरिक्षत स्थानों की रेकी करता, जहां उसे वे अपने ग्राहकों को कोकीन आपूर्ति कर सकते थे ताकि पुलिस की पकड़ में न आ सकें। विकास बिहार से यहां नौकरी की तलाश में आया था और तस्करों के संपर्क में आने के बाद नशा तस्करी करने लगा।