Thursday, July 24, 2025
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बहुत गहरी हैं भोजपुरी लोक संस्कृति की जड़े – सिद्धार्थ मणि

भोजपुरी को उसकी गरिमा के अनुकूल प्रतिष्ठित करने के लिए हम सभी हैं संकल्पित- मनीष जायसवाल

अश्लीलता का करना होगा बहिष्कार- रजनीकांत मणि त्रिपाठी

विश्व भोजपुरी सम्मेलन के संरक्षक स्वर्गीय डॉक्टर अरुणेश निरन जी को दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि

कुशीनगर, ममता तिवारी (वेब वार्ता)। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में भोजपुरी को उसके प्रतिष्ठा के अनुकूल प्रतिष्ठित करने के लिए पिछले 40 वर्षों से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक विशिष्ट पहचान रखने वाले संस्था विश्व भोजपुरी सम्मेलन जिला इकाई कुशीनगर का जनपदीय सम्मेलन एवं सम्मान समारोह रविवार को संपन्न हुआ।
मां सरस्वती के चित्र पर पुष्पार्चन एवं दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। सरस्वती वंदना अंतरराष्ट्रीय लोकगीत गायक रामदास शर्मा ने प्रस्तुत किया। इसी प्रकार पारंपरिक लोकगीत कजरी अनामिका गुप्ता, श्वेता सिंह,अश्विनी द्विवेदी, दिनेश तिवारी भोजपुरिया, दिनेश पाठक ,के द्वारा प्रस्तुत किया गया। भोजपुरी के प्रतिष्ठित हास्य कवि अवध किशोर अवधू, रामपति रसिया, आकाश महेश पुरी, संतोष संगम, आदि कवियों ने अपनी रचनाएं भी प्रस्तुत की।
विश्व भोजपुरी सम्मेलन के प्रदेश अध्यक्ष ने इस अवसर पर अपने उद्बोधन में कहा भोजपुरी दुनिया के 22 करोड लोगों के द्वारा बोली जाने वाली समृद्ध भाषा है। इसकी जड़े बहुत ही गहरी हैं। विश्व भोजपुरी सम्मेलन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भाषा के उत्थान लोकगीतों, लोक परंपरा, भोजपुरिया संस्कृति के संरक्षण संवर्धन के लिए लगातार काम कर रही है। भोजपुरी को उसके प्रतिष्ठा के अनुकूल प्रतिष्ठित करने के लिए हम सभी को एकजुट होना होगा। हमारी सरकार से मांग है कि वह इसे आठवीं अनुसूची में शीघ्र शामिल करें। हमारे जनप्रतिनिधि हमारी इन मांगों को सदन में मजबूती से उठाएं तभी यह संभव हो सकेगा।
विधायक सदर पडरौना मनीष जायसवाल मंटू ने कहा कि उत्तर प्रदेश की लोकप्रिय सरकार ने भोजपुरी भाषा में सदन में अपनी बात रखने के लिए मंजूरी दी है, यह हम सभी के लिए अत्यंत गर्व का विषय है। भोजपुरी को उसके प्रतिष्ठा का अनुकूल प्रतिष्ठित करने के लिए हम सतत प्रयत्नशील रहेंग।
पूर्व विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी ने भोजपुरी में अश्लीलता को लेकर अपनी सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि हम सभी को अश्लीलता का बहिष्कार तथा इस परोसने वालों के विरुद्ध आंदोलित होने की जरूरत है।
वरिष्ठ भाजपा नेता श्याम मुरली मनोहर मिश्र ने कहा कि भोजपुरी की लोक परंपरा एवं लोक साहित्य में गरिमामई में उपस्थित सातवीं एवं आठवीं शताब्दी से दिखाई देती है चाहे वह गोरखपुर की वाणी हो या कबीर की सखियां। यह लोक में रची बसी हैं इसे कानूनी तौर पर प्रतिष्ठित करने के लिए हमें सामूहिक प्रयास करने की आवश्यकता है।
जिला अध्यक्ष आर के भट्ट बावरा ने सभी आगंतुकों के प्रति हृदय से आभार व्यक्त किया। साथ ही आसरा किया कि भोजपुरी भाषा के प्रचार प्रसार उत्थान भोजपुरी लोकगीत संगीत एवं लोक परंपराओं के संरक्षण संवर्धन के लिए जिला एकाएक कुशीनगर पूरी ऊर्जा के साथ कार्य करेगी।
नगर पालिका पडरौना के अध्यक्ष प्रतिनिधि मनीष जायसवाल बुलबुल ने कहा कि हमें भोजपुरिया सांस्कृतिक विरासत से अपनी नई पीढ़ी को परिचित कराना चाहिए। जिससे इस गौरवशाली परंपरा को और भी मजबूती मिल सके।
यूएनपीजी कॉलेज के हिंदी विभाग के पूर्व विभाग अध्यक्ष डॉक्टर प्रेमचंद सिंह ने कहा की साहित्यकारों की यह जिम्मेदारी है कि वह भोजपुरी में अधिक से अधिक साहित्य रचे। साहित्य जितना ही समृद्ध होगा भाषा उतनी मजबूत होगी।
पूर्व विभाग अध्यक्ष हिंदी विभाग डॉक्टर रामनरेश दुबे ने कहा कि हमें भोजपुरी भाषा में व्याकरण पर काम करने की आवश्यकता है। बस यही एक कमी भोजपुरी को भाषा के उत्कृष्ट पद पर प्रतिष्ठित करने में बाधक है।
सभी आगंतुक अतिथियों का संरक्षक डॉक्टर संदीप अरुण श्रीवास्तव एवं अखिलेश गोयल के द्वारा सम्मान किया गया। श्री श्रीवास्तव एवं गोयल के द्वारा यह भी घोषणा की गई कि इस प्रकार के आयोजन लगातार किए जाते रहेंगे।
जिला महामंत्री ज्ञानवर्धन गोविंद राव, मदन मोहन पांडे, पत्रकार एवं कवि डॉक्टर ओमप्रकाश द्विवेदी ओम,सार्जेंट अभिमन्यु पांडे, समन्वयक अमित कुमार पांडे, नें भी अपने महत्वपूर्ण विचार व्यक्त किए। संचालन अनूप मिश्रा ने किया।
अंत में विश्व भोजपुरी सम्मेलन के वर्तमान संरक्षक, 2004 से 2014 तक अंतरराष्ट्रीय महासचिव रहे एवं बुद्धा पीजी कॉलेज कुशीनगर के प्राचार्य पद से सेवानिवृत्ति डॉक्टर अरुणेश नीरन के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए 2 मिनट का मौन रख कर सभी ने अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। वक्ताओं ने भोजपुरी एवं साहित्य जगत के लिए श्री नीरन के निधन को अपूरणीय क्षति बताया।
प्रदेश अध्यक्ष सिद्धार्थ मणि त्रिपाठी के द्वारा पूर्व में ही जिला अध्यक्ष आर के भट्ट बावरा का मनोनीत किया गया था। जनपदीय सम्मेलन में जिला इकाई कुशीनगर के सभी पदों के पदाधिकारियों की घोषणा की गई। इसके साथ ही भोजपुरी भाषा उत्थान संरक्षण संवर्धन के लिए सतत प्रयत्नशील रहने वाले साहित्यकार चंदेश्वर शर्मा परवाना, मधुसूदन पांडे, एवं गायक संगीतकार शंभू नाथ मिश्रा शिवरंग को सम्मान पत्र अंग वस्त्र के द्वारा सम्मानित किया गया।
जिला कार्यकारिणी में संरक्षक डॉक्टर संदीप अरुण श्रीवास्तव, अखिलेश गोयल, शैलेंद्र दत्त शुक्ला, महामंत्री ज्ञानवर्धन गोविंद राव, उपाध्यक्ष,राधे गोविंद शाही, सीमा गुप्ता, संतोष संगम अन्य विभिन्न पदों के पदाधिकारी गण रामपति रसिया, मदन मोहन पांडे, सुजीत पांडे, माहिर विचित्र, भूपेंद्र राय गवार, सौम्या जायसवाल, अमित पांडे, दिनेश भोजपुरिया, श्याम गुप्ता,आदि की जिला कार्यकारिणी घोषित हुई।
इस अवसर पर कवि सार्जेंट अभिमन्यु पांडे, निराला शब्द सम्मान मंच के अध्यक्ष ओमप्रकाश द्विवेदी ओम, संस्कार भारती के डॉक्टर अनिल सिन्हा पत्रकार डी के पांडे, हेमंत चौरसिया अशोक शुक्ला राकेश श्रीवास्तव, संजय चाणक्य ज्योतिभान मिश्रा, अजय तिवारी,आदित्य श्रीवास्तव, आदित्य दीक्षित, दीपक मिश्रा, विनय उपाध्याय, मोहम्मद नईम, सहित बड़ी संख्या में पत्रकार और श्रोता उपस्थित रहे.

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