-नाटक में हिन्दू मुस्लिम इकता व भाईचारें और सद्भाव को दिखाया
लखनऊ, (वेब वार्ता)। मदद एजूकेशनल एण्ड वेलफेयर सोसाइटी की नाट्य प्रस्तुति में नाटक मीठी ईद का मंचन किया गया। इसमें हिन्दू मुस्लिम इकता, भाईचारें और सद्भाव को दिखाया गया है। गुरूवार को नाटक का मंचन शाम वाल्मीकि रंगशाला, संगीत नाटक अकादमी परिसर, गोमतीनगर में किया गया। बी.एल गौड़ की मूल कहानी, नाट्यरूपंतरण प्रेरणा अग्रवाल, जिसकी परिकल्पना एंव निर्देशन निशा बेगम ने किया है। नाट्य प्रदर्शन का उद्घाटन दीप प्रज्जवलन कर किया गया।
जहां पर मुख्य भूमिका में विजय जोकि बहुत ही ईमानदार व्यक्ति है, जिसकी ईमानदारी की वजह से उसका आये दिन ट्रांसफर होता रहता है। उसकी पत्नी शारदा जो गाजियाबाद में रहती है। उसे अकेले रह कर बच्चों की देखभाल करनी पड़ती है। लेकिन वह अपने पति की ईमानदार छवि की हमेशा सराहना करती है। इसी क्रम में उसका ट्रांसफर जम्मू कश्मीर में हो जाता है।
जहां पर रेलवे लाइन बिछ रही है, वही पर अब्दुल नाम के मजदूर से मुलाकात होती है, जोकि अपनी पत्नी फातिमा के साथ बेहद गरीबी में जिन्दगी गुज़ार रहा होता है। एक बार फातिमा की तबियत खराब हो जाती है उसके ईलाज के लिए अब्दुल विजय से मदद मांगता है, विजय उसे पैसे दे देता है। उसके बाद अब्दुल की तबियत खराब होती तब भी विजय मदद करता है। अब्दुल और उसकी पत्नी दोनों कहते है कि विजय हमारी जिन्दगी में ख़ुदा के भेजे हुए फरिश्तें है।
प्रस्तुत नाटक अनेकता में एकता का संदेश बहुत ही खूबसूरती से देता है कि हमें एक दूसरे की मदद करते रहना चाहिए, यही इंसानियत है, इसी में सबकी भलाई है। मंच पर विजय तारिक इक़बाल, शारदा अनमोल सिंह, अब्दुल अशोक लाल, फातिमा जारा हयात, राजेश मोहित यादव, डॉ आनन्द प्रकाश शर्मा ने भूमिका निभाई।