सोनीपत, राजेश आहूजा (वेब वार्ता)। ग्रामीण सफाई कर्मीयों ने सोनीपत अग्रसेन चौक, पर इकट्ठे होकर धरना लगाया। धरने की अध्यक्षता सीटू के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा के नेतृत्व में सफाईकर्मियों के जिला संयोजक व सीटू सचिव राजेश टोकी ने की तथा मंच संचालन सहसंयोजक प्रधान राजेश रसोई ने किया।
यूनियन नेताओं ने बताया कि हरियाणा में 18 वर्ष से लगे 11 हजार ग्रामीण सफाई कर्मी पक्के रोजगार व जब तक पक्का नहीं होते तब तक सभी को एक समान 26 हज़ार वेतन देने की मांग को लेकर लम्बे समय से धरने प्रदर्शन करते आ रहे हैं। यूनियन नेताओं ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा की खुद को दलितों की हितेषी बताने वाली भाजपा सरकार वायदा खिलाफी करके इन गरीब ग्रामीण सफाई कर्मियों का शोषण कर रही है। यूनियन नेताओं ने बताया, करनाल में अगस्त 2024 के राज्य स्तरीय प्रदर्शन से प्रभावित होकर, जींद जिले में नवंबर 2024 को मुख्यमंत्री नायब सैनी ने ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को 16000 से बढाकर 26000र तथा शहरी सफाई कर्मियों के 17000 से 27000 वेतन देने की घोषणा की थी। इस कमरतोड़ महंगाई में ग्रामीण सफाई कर्मियों ने राहत की सांस लेते हुए यह आस लगाई कि जनवरी माह से गुजारे लायक 26000 वेतन तथा पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा की गई 1000 बढ़ोतरी का 6 माह का एरियल का लाभ से जीवन कुछ आसान हो जाएगा लेकिन जनवरी माह में सिर्फ 1000 की बढ़ोतरी कर 15000 से 16000 करके सरकार ने नहीं किया। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा सहमति बनी मांगे लागू न होने पर ग्रामीण सफाई कर्मियों में गहरी चिंता तथा रोष दिखाई दे रहा है। इस बढ़ती महंगाई के चलते 16000 वेतन पर बच्चों की पढ़ाई लिखाई घर के खर्चे, मकान मरम्मत तथा बच्चों के ब्याह शादी आदि के लिए बैंकों से लोन भी नहीं मिलता। ऐसे हालातों से मजबूर अनपढ़ सफाई कर्मी अपनी इज्जत व आत्मसम्मान बचाने के चक्कर में आस पड़ोस के साहूकारों से 5 सैकड़ा कर्ज लेकर अपने परिवार सहित भुखमरी और बेगारी की दलदल में धंसते जा रहे हैं। इस बढ़ती महंगाई में सफाई कर्मियों को शोषण की मार से बचने के लिए, सभी को एक समान गुजारे लायक 26000 रुपए वेतन तथा 18 वर्ष से सफाई सेवा दे रहे सभी सफाई कर्मचारियों को पक्का किया जाना चाहिए। यूनियन नेताओं ने बताया कि सहमति बनी मांगों को लागू करवाने के लिए प्रदेश के सभी जिलों में 1 से 3 मार्च को वायदा पूरा करो प्रदर्शन तथा भाजपा विधायक व मंत्रियों को मांगो का ज्ञापन सौंपा जाएगा। यदि फिर भी सफाई कर्मियों की मांगों समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो 8 मार्च को सिरसा जिले में ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन हरियाणा का, दो दिवसीय सम्मेलन करते हुए बड़े आंदोलन के रणनीति बनाई जाएगी। जिसकी जिम्मेदार खुद सरकार होगी। प्रदर्शनकारियों को आशा वर्करों की नेता सुमन, यूनियन नेता चान्द, रोहतास, बबली, सोनी, बाला, भोला, महेंद्र आदी ने भी सम्बोधित किया।
ग्रामीण सफाई कर्मियों ने प्रदर्शन कर लंबित मांगों का ज्ञापन भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के पी ए को सौंपा
