सोनीपत, रजनीकांत चौधरी (वेब वार्ता)। सोनीपत जिले के गांव दोदवा के होनहार खिलाड़ी विनोद कुमार ने एक बार फिर अपने जिले और हरियाणा प्रदेश का नाम रोशन किया है। उनका चयन भारतीय दिव्यांग क्रिकेट टीम में हो गया है, जो 21 से 27 सितंबर 2025 तक हैदराबाद में आयोजित होने वाली राजीव गांधी चैंपियंस ट्रॉफी में भाग लेगी। विनोद की इस उपलब्धि से गांव दोदवा सहित पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई है, और ग्रामीणों ने उन्हें जोरदार बधाई दी है।
विनोद कुमार का शानदार क्रिकेट सफर
विनोद कुमार ने कई बार भारत की ओर से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शानदार प्रदर्शन किया है। वे वर्तमान में हरियाणा दिव्यांग क्रिकेट टीम के नियमित खिलाड़ी हैं और अपनी कड़ी मेहनत से हमेशा टीम को मजबूत बनाते रहे हैं। रोजगार के रूप में वे शुगर मिल में कार्यरत हैं, जहां उन्हें निरंतर मार्गदर्शन और सहयोग मिला है। एसडीएम आशीष वशिष्ठ और कमांडिंग ऑफिसर सीईओ जितेंद्र शर्मा ने उनके खेल करियर को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हाल ही में प्रबंधक अंकिता वर्मा ने भी उनके खेल को प्रोत्साहित करने में अहम योगदान दिया।
विनोद कुमार, जो भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष जसवीर दोदवा के छोटे भाई हैं, ने अपनी दिव्यांगता के बावजूद कभी हार नहीं मानी। उनका चयन भारतीय टीम में न केवल उनके व्यक्तिगत प्रयासों का परिणाम है, बल्कि दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा भी है।
गांव में खुशी का माहौल: बधाई और शुभकामनाएं
विनोद के चयन की खबर गांव दोदवा में आग की तरह फैल गई। ग्रामीणों, साथियों और परिवारजनों ने उन्हें बधाई संदेश भेजे और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर गांव में एक छोटा सा समारोह आयोजित किया गया, जहां पूर्व जिला अध्यक्ष जसवीर दोदवा, सुरेंद्र जी, बलजीत जी, रामेहर जी, रामनिवास जी, रामकुमार जी, लीला जी, विकास दहिया जी सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। सभी ने विनोद को सिर पर बिठाकर बधाई दी और कहा कि यह उपलब्धि पूरे सोनीपत जिले के लिए गौरव का विषय है।
जसवीर दोदवा ने कहा, “विनोद ने अपनी मेहनत से साबित कर दिया कि दिव्यांगता कोई बाधा नहीं है। हम सभी को उन पर गर्व है, और हम आशा करते हैं कि वे हैदराबाद में भी भारत का परचम लहराएंगे।”
राजीव गांधी चैंपियंस ट्रॉफी: एक बड़ा मंच
राजीव गांधी चैंपियंस ट्रॉफी दिव्यांग क्रिकेटरों के लिए एक प्रतिष्ठित टूर्नामेंट है, जहां देश-विदेश के खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हैं। विनोद का चयन इस बात का प्रमाण है कि वे राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी क्षमता साबित करने को तैयार हैं। हैदराबाद में होने वाले इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम मजबूत प्रदर्शन की उम्मीद कर रही है, और विनोद जैसे अनुभवी खिलाड़ी टीम की रीढ़ साबित होंगे।
निष्कर्ष: प्रेरणा का प्रतीक
विनोद कुमार की यह उपलब्धि न केवल उनके लिए, बल्कि सभी दिव्यांग युवाओं के लिए एक मिसाल है। उनकी कहानी बताती है कि दृढ़ इच्छाशक्ति और समर्थन से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। गांव दोदवा की यह खुशी पूरे सोनीपत को प्रेरित कर रही है, और सभी की नजरें अब विनोद के हैदराबाद प्रदर्शन पर टिकी हैं। हम सभी की शुभकामनाएं उनके साथ हैं।