हैदराबाद, (वेब वार्ता)। साउथ फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार अभिनेता विजय देवरकोंडा बुधवार को बेटिंग ऐप्स प्रमोशन केस में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश हुए। यह मामला अवैध ऑनलाइन सट्टेबाज़ी ऐप्स के प्रचार और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा है, जिसमें कई फिल्मी सितारों और सोशल मीडिया प्रभावशालियों के नाम सामने आए हैं।
सुबह लगभग 11 बजे विजय देवरकोंडा हैदराबाद के बशीरबाग स्थित ईडी कार्यालय पहुंचे, जहां उनसे घंटों तक पूछताछ की गई। सूत्रों के अनुसार, ईडी ने विजय से उनके द्वारा प्रमोट किए गए बेटिंग ऐप्स के साथ हुए एंडोर्समेंट कॉन्ट्रैक्ट, प्रमोशनल फीस, और अनुबंध की शर्तों के बारे में सवाल किए।
🔍 पहले भी हुई है पूछताछ
इससे पहले 30 जुलाई को अभिनेता प्रकाश राज से भी इस मामले में 5 घंटे तक पूछताछ की गई थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने वर्ष 2016 में एक बेटिंग ऐप का विज्ञापन किया था लेकिन इसके लिए कोई भुगतान नहीं लिया था। बाद में उन्हें एहसास हुआ कि उन्हें ऐसा प्रचार नहीं करना चाहिए था।
🔎 और भी कई नाम हैं जांच के घेरे में
ईडी ने इस जांच के तहत विजय देवरकोंडा, प्रकाश राज, राणा दग्गुबाती और लक्ष्मी मांचू सहित कुल 29 हस्तियों को समन जारी किया है। इनमें फिल्मी कलाकारों के साथ-साथ यूट्यूबर्स, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स और टीवी कलाकार भी शामिल हैं।
राणा दग्गुबाती को 23 जुलाई को बुलाया गया था, लेकिन उन्होंने पेशी के लिए नई तारीख मांगी। अब उन्हें 11 अगस्त को पेश होने का नोटिस दिया गया है।
लक्ष्मी मांचू को 13 अगस्त को ईडी के समक्ष हाजिर होने का आदेश मिला है।
ईडी ने इस जांच को पब्लिक गैम्बलिंग एक्ट, 1867 और प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत दर्ज किया है। जांच का आधार तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में दर्ज 5 एफआईआर हैं, जिसमें आरोप है कि इन हस्तियों ने अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप्स का प्रचार किया है।
🎭 किन हस्तियों के नाम हैं इस लिस्ट में?
जिन 29 लोगों को समन भेजा गया है, उनमें शामिल हैं:
फिल्म अभिनेता: विजय देवरकोंडा, राणा दग्गुबाती, प्रकाश राज, निधि अग्रवाल, प्रणिता सुभाष, लक्ष्मी मांचू, अनन्या नगेला
टीवी कलाकार: श्रीमुखी, श्यामला, वर्षिणी सौंदर्यजन, वसंत कृष्णन, शोभा शेट्टी, अमृता चौधरी, नयनी पावनी, नेहा पठान
सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर: पांडु, पद्मावती, हर्षा साई, बय्या सनी यादव
📝 विजय और राणा की सफाई
विजय देवरकोंडा और राणा दग्गुबाती ने अपनी ओर से सफाई दी है कि उन्होंने केवल कानूनी रूप से अनुमत स्किल-बेस्ड गेम्स का ही प्रचार किया था, न कि अवैध सट्टेबाजी का।
मार्च 2025 में साइबराबाद पुलिस ने भी इस मामले में एफआईआर दर्ज की थी, जिसके आधार पर अब ईडी अपनी जांच को आगे बढ़ा रही है।