जम्मू, (वेब वार्ता)। जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही भारी बारिश और प्रतिकूल मौसम के कारण श्री माता वैष्णो देवी यात्रा को 21वें दिन भी स्थगित रखा गया है। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने सुरक्षा कारणों से यात्रा को अगले आदेश तक बंद रखने का निर्णय लिया है। यह फैसला भवन और ट्रैक पर लगातार हो रही बारिश तथा भूस्खलन के खतरे को देखते हुए लिया गया है। श्राइन बोर्ड ने श्रद्धालुओं से आधिकारिक संचार चैनलों के माध्यम से अपडेट रहने का अनुरोध किया है।
यात्रा स्थगित: 21 दिनों के बाद फिर निराशा
माता वैष्णो देवी यात्रा, जो 26 अगस्त को भारी बारिश और अर्धकुंवारी के पास हुए भूस्खलन के कारण बंद की गई थी, 14 सितंबर से फिर शुरू होने वाली थी। लेकिन शनिवार शाम से शुरू हुई मूसलाधार बारिश ने सभी योजनाओं पर पानी फेर दिया। श्राइन बोर्ड ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी देते हुए कहा कि भवन और ट्रैक पर लगातार हो रही बारिश से हालात खराब हो गए हैं, इसलिए यात्रा अगले आदेश तक स्थगित रहेगी।
यह स्थगन 21वें दिन का है, जिससे कटड़ा पहुंचे हजारों श्रद्धालु निराश हो गए हैं। अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को लगभग 1000 श्रद्धालु कटड़ा पहुंचे थे, लेकिन यात्रा न शुरू होने से वे दर्शन के बिना ही लौटने लगे। कटड़ा के होटलों और गेस्ट हाउस में ठहरे 20,000 से अधिक यात्री इंतजार कर रहे हैं।
भूस्खलन का पुराना जख्म: 34 से अधिक मौतें
यात्रा पर यह संकट नया नहीं है। 26 अगस्त को अर्धकुंवारी के पास इंद्रप्रस्थ भोजनालय के निकट हुए भूस्खलन में कम से कम 34 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी, जबकि 22 अन्य घायल हुए थे। जगरण की रिपोर्ट के अनुसार, मलबा गिरने से 200 फीट का ट्रैक क्षतिग्रस्त हो गया था, जिसमें अधिकांश यात्री उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली और पंजाब से थे। बचाव कार्य दोपहर तक पूरा हो गया था, लेकिन ट्रैक की मरम्मत में समय लग रहा है।
इसके बाद यात्रा को 19 दिनों तक बंद रखा गया था। एनडीटीवी की लाइव अपडेट के अनुसार, भारी बारिश के कारण जम्मू-कटरा रूट पर 58 ट्रेनें रद्द कर दी गईं, और तवी नदी उफान पर है। डोडा जिले में बादल फटने से भी तबाही मची, जिससे यात्रा पर अतिरिक्त प्रभाव पड़ा।
श्राइन बोर्ड की अपील: सुरक्षा सर्वोपरि
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सचिन कुमार वैश्य ने 13 सितंबर को आध्यात्मिक विकास केंद्र, कटड़ा में एक बैठक में कहा था कि नवरात्रों (22 सितंबर से) के दौरान निर्बाध यात्रा सुनिश्चित करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन मौसम की बिगड़ती स्थिति ने इसे प्रभावित कर दिया। बोर्ड ने कटड़ा पहुंचे श्रद्धालुओं के लिए भोजन, आश्रय और चिकित्सा सुविधाओं की व्यवस्था की है।
स्वदेश न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, बोर्ड ने श्रद्धालुओं से यात्रा टालने की सलाह दी है। मौसम सुधारने पर ही यात्रा फिर शुरू होगी। जम्मू-कश्मीर के मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में बारिश जारी रहने की चेतावनी दी है।
श्रद्धालुओं और व्यापारियों की निराशा
यात्रा स्थगित होने से कटड़ा के व्यापारी और होटल कारोबारी भी मायूस हैं। अमर उजाला के अनुसार, दुकानदारों का कारोबार ठप हो गया है। दिल्ली से आए श्रद्धालु संजय सिंह ने कहा, “हम वीरवार को पहुंचे थे, लेकिन बारिश ने सब बर्बाद कर दिया।” इसी तरह, अन्य यात्री ज्योति सिंह ने निराशा जताई।
यह घटना जम्मू-कश्मीर में मानसून की बेरुखी को दर्शाती है, जहां भारी बारिश से झेलम नदी खतरे के निशान पर पहुंच गई है। केंद्र और राज्य सरकारें राहत कार्यों में जुटी हैं।
निष्कर्ष: इंतजार जारी, अपडेट रहें
माता वैष्णो देवी यात्रा लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है, लेकिन सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए बोर्ड ने सही निर्णय लिया है। श्राइन बोर्ड ने आधिकारिक वेबसाइट और एक्स हैंडल पर अपडेट देने का आश्वासन दिया है। जैसे ही मौसम सुधरेगा, यात्रा फिर शुरू होगी। श्रद्धालु धैर्य रखें और आधिकारिक सूचनाओं का इंतजार करें।