-उत्तरकाशी आपदा
नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। उत्तराखंड के उत्तरकाशी ज़िले के धराली क्षेत्र में आई आपदा के बीच गुजरात के बनासकांठा ज़िले के 10 तीर्थयात्रियों को भारतीय सेना ने सुरक्षित रेस्क्यू कर परिवारों से मिला दिया। ये सभी यात्री धार्मिक यात्रा पर उत्तराखंड आए थे और 5 अगस्त को बादल फटने के बाद से अपने परिजनों से संपर्क खो बैठे थे।
दो दिन तक परिवारों से टूटा रहा संपर्क
बनासकांठा ज़िले के भाभर तालुका के चिचोदरा गांव के ये यात्री धराली में फंस गए थे। दो दिनों तक कोई खबर न मिलने से परिवारों में चिंता का माहौल था। 7 अगस्त की दोपहर 4 बजे संचार व्यवस्था बहाल होने पर वीडियो कॉल के जरिए पहली बार परिवारों से संपर्क हुआ, जिससे सभी के चेहरे पर राहत लौट आई।
हेलीकॉप्टर से सुरक्षित निकाला गया
अधिकारियों ने बताया कि सेना ने 11 में से 10 तीर्थयात्रियों को हेलीकॉप्टर के जरिए आपदा क्षेत्र से निकालकर ऋषिकेश पहुंचाया, जहां से वे अपने घर लौट रहे हैं। एक यात्री ने स्वेच्छा से अपनी यात्रा जारी रखने का निर्णय लिया।
धराली में तबाही और राहत कार्य
बादल फटने की वजह से धराली में सड़क और संचार नेटवर्क बुरी तरह प्रभावित हुआ। भारतीय सेना ने तत्काल सैटेलाइट और रेडियो रिले सिस्टम स्थापित किए, जिससे फंसे लोगों और उनके परिवारों के बीच सैटेलाइट इंटरनेट के जरिए संपर्क बहाल हो सका।
इसके साथ, सेना की इंजीनियर रेजिमेंट ने धराली और मुखवा गांव के बीच रास्ते की मरम्मत और निर्माण कार्य शुरू कर दिया है।
संयुक्त राहत अभियान जारी
उत्तरकाशी पुलिस के अनुसार, भारतीय सेना, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), स्थानीय पुलिस, अग्निशमन सेवाएं और राजस्व विभाग की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। फंसे हुए लोगों को हेलीकॉप्टर से मातली स्थित ITBP कैंप तक लाया जा रहा है। यह अभियान तब तक जारी रहेगा, जब तक क्षेत्र पूरी तरह खाली नहीं हो जाता।