देहरादून, 26 फरवरी (वेब वार्ता)। सरकार प्रदेश में 12 ईको टूरिज्म डेस्टिनेशन बनाने जा रही है। इसकी तैयारी शुरू हो चुकी है। वहीं, बुग्यालों का संरक्षण विशेष जियोसूट विधि से किया जा रहा है। अपने अभिभाषण में राज्यपाल ने कहा, वन विभाग की ओर से रुद्रप्रयाग, टिहरी, पिथौरागढ़ और बदरीनाथ वन प्रभाग के बुग्यालों का संरक्षण जियोसूट की विधि से किया जा रहा है। प्रदेश के अन्य वन प्रभागों के बुग्यालों का भी संरक्षण व संवर्धन इसी विधि से किया जाएगा।
बताया, ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने, इससे अतिरिक्त आजीविका के अवसर उपलब्ध कराने के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हाई पावर कमेटी का गठन किया गया है। ईको टूरिज्म से होने वाले राजस्व प्राप्ति को इसके विकास में उपयोग करने का निर्णय लिया गया है। वर्तमान में 12 ईको टूरिज्म डेस्टिनेशन को विकसित किया जा रहा है।
भारतीय वन सर्वेक्षण की 2021 की रिपोर्ट के मुताबिक, 24,305 वर्ग किमी वन क्षेत्र पाया गया। पिछले दो साल में वनावरण में दो वर्ग किमी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वहीं, जल गुणवत्ता सुनवाई के लिए राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुख्यालय में स्टेट ऑफ आर्ट प्रयोगशाला विकसित की गई है, जिसमें बेसिक पैरामीटर्स के आकलन संग ही पेस्टीसाइड व मैटल के विश्लेषण की भी व्यवस्था है।