सोनीपत, (राजेश आहूजा/वेब वार्ता)। स्वतंत्रता दिवस 2025 के मद्देनज़र सोनीपत पुलिस सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सतर्क नजर आ रही है। पुलिस आयुक्त ममता सिंह (आईपीएस, एडीजीपी) के दिशा-निर्देश पर थाना बड़ी के प्रभारी निरीक्षक महेश कुमार की अध्यक्षता में सोमवार को एक विशेष गोष्ठी का आयोजन किया गया। यह बैठक स्थानीय ढाबा और होटल संचालकों के साथ की गई, जिसमें सुरक्षा, निगरानी और सहयोगात्मक व्यवस्था सुनिश्चित करने पर ज़ोर दिया गया।
गोष्ठी का उद्देश्य: सुरक्षा के प्रति सामूहिक जागरूकता
इस गोष्ठी का प्रमुख उद्देश्य स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) के दिन शहर में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना और प्रमुख व्यावसायिक स्थलों पर संभावित खतरे से निपटने के लिए सामूहिक तैयारी करना था। बैठक में ढाबा संचालकों को विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए, ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत नियंत्रण पाया जा सके।
प्रमुख निर्देश जो दिए गए:
सीसीटीवी कैमरों को चालू हालत में रखना: सभी ढाबा व होटल मालिकों को अपने प्रतिष्ठानों में लगे सीसीटीवी कैमरों की नियमित जांच और रिकॉर्डिंग सुरक्षित रखने के निर्देश दिए गए।
संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु की सूचना तत्काल पुलिस को दें।
वाहन पार्किंग व्यवस्था सही रखें, जिससे कोई असुविधा या सुरक्षा में बाधा न हो।
स्वच्छता बनाए रखें और कोई लावारिस वस्तु मिलने पर तत्काल सूचना दें।
कर्मचारियों का रिकॉर्ड अपडेट रखें और नए कर्मचारियों की पृष्ठभूमि जांच अवश्य कराएं।
गोष्ठी में उपस्थित रहे प्रमुख ढाबा संचालक:
बैठक में सोनीपत के प्रमुख ढाबा व होटल प्रबंधक उपस्थित रहे, जिनमें शामिल हैं:
श्री कपिल कटारिया (कनक गार्डन, लडसोली)
श्री रोहित (हंस ढाबा)
श्री अमित (कोजीट डिरा होटल)
श्री अंकुर (जय महाकाली ढाबा)
श्री विक्रांत (गन्नौर वैष्णो ढाबा)
श्री प्रदीप (ब्लैक एंड व्हाइट ढाबा)
श्री रोहित (उत्सव ढाबा)
श्री धर्मेंद्र (नीलकंठ ढाबा)
इन सभी व्यवसायियों ने पुलिस को सहयोग का आश्वासन देते हुए कहा कि वे प्रशासन के निर्देशों का पूरी गंभीरता से पालन करेंगे।
सोनीपत पुलिस की आमजन से अपील:
पुलिस विभाग ने शहरवासियों से भी अपील की है कि सर्तक रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि, व्यक्ति या वस्तु की सूचना नजदीकी पुलिस थाने या डायल 112 पर दें। आमजन की सतर्कता ही किसी बड़ी अनहोनी को टाल सकती है।
स्वतंत्रता दिवस को लेकर बढ़ाई गई सतर्कता:
जैसे-जैसे स्वतंत्रता दिवस नजदीक आ रहा है, पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्थाओं की परख और समीक्षा का दायरा भी बढ़ाया जा रहा है। गोष्ठी जैसे आयोजन इसी दिशा में एक मजबूत कदम हैं, जो जनभागीदारी के साथ सुरक्षा सुनिश्चित करने की नीति को आगे बढ़ाते हैं।