सोनीपत, राजेश आहूजा (वेब वार्ता)। हरियाणा के सोनीपत जिले में आईटीआई चौक के पास सड़क किनारे वर्षों से झुग्गियों में रह रहे बागड़ी लोहार समुदाय के परिवारों को उजाड़ने की नगर निगम की कार्रवाई ने विवाद खड़ा कर दिया है। मंगलवार रात नगर निगम की टीम जेसीबी लेकर मौके पर पहुंची, तो परिवारों में दहशत फैल गई। आम आदमी पार्टी (आप) के सोनीपत लोकसभा अध्यक्ष और पूर्व प्रत्याशी देवेंद्र गौतम ने तत्काल हस्तक्षेप किया और नगर निगम आयुक्त से बातचीत कर कार्रवाई रोक ली। गौतम ने प्रशासन से वैकल्पिक स्थान का बंदोबस्त करने की मांग की है।
झुग्गी उजाड़ने की कोशिश: परिवारों में दहशत
आईटीआई चौक के पास सड़क किनारे बसी झुग्गियों में 22 से 25 परिवार रहते हैं, जिनमें महिलाएं, बच्चे, और बुजुर्ग शामिल हैं। ये परिवार 8-10 वर्षों से यहां बसे हैं। उनके पास आधार कार्ड, परिवार पहचान पत्र, बीपीएल कार्ड, और अन्य दस्तावेज सोनीपत के पते पर हैं, लेकिन उन्हें कोई स्थायी आवास योजना, सड़क, नाली, बिजली, या पानी की सुविधा नहीं मिली। मंगलवार रात नगर निगम की टीम ने अतिक्रमण हटाने का प्रयास किया, तो परिवार अपने भविष्य को लेकर चिंतित हो उठे।
देवेंद्र गौतम का हस्तक्षेप
देवेंद्र गौतम मौके पर पहुंचे और नगर निगम टीम से बात की। उन्होंने आयुक्त से फोन पर वार्ता कर कार्रवाई रोकने का आश्वासन लिया। गौतम के नेतृत्व में पीड़ित परिवार शांतिपूर्वक नगर निगम कार्यालय पहुंचे। आयुक्त की अनुपस्थिति में जॉइंट कमिश्नर मीतू धनखड़ को मांग पत्र सौंपा गया। धनखड़ ने आश्वासन दिया कि फिलहाल जबरन कार्रवाई नहीं होगी और मांगों पर विचार किया जाएगा।
पीड़ित परिवारों की मांग
पीड़ितों ने कहा कि वे सोनीपत के स्थायी निवासी हैं। गौतम ने कहा, “सरकार और प्रशासन की अनदेखी से ये परिवार झुग्गियों में रहने को मजबूर हैं। जब दस्तावेज सोनीपत के पते पर हैं, तो उन्हें स्थायी आवास देना प्रशासन का कर्तव्य है।” उन्होंने मांग की कि झुग्गियां नियमित की जाएं या वैकल्पिक स्थान पर पुनर्वास किया जाए। गौतम ने कहा, “शहर में हजारों झुग्गीवासी हैं। इन्हें इज्जत के साथ बसाना जरूरी है।”
सामाजिक संदर्भ
सोनीपत में झुग्गीवासियों की समस्या पुरानी है। बागड़ी लोहार समुदाय के ये परिवार मजदूरी कर जीविका चलाते हैं। आप नेता योगेश पाल, शेर मुहम्मद, आमीन, अशोक, छात्र अध्यक्ष वंश आर्य, और सत्तार सहित पीड़ित परिवारों से जागेराम लोहार, सुनील, सुरेश, नट्टा, भोला राम, जीत, सोनू, राहुल, कबीर, बड्डू, रमेश, संजय, अनिल, सुनील, गोपाल, रवि, गौरव, आसू, अरुण, आकाश, सुनील, अजय और दर्जन भर महिलाएं उपस्थित रहीं।
निष्कर्ष
देवेंद्र गौतम का हस्तक्षेप झुग्गीवासियों को तत्काल राहत देता है। प्रशासन से अपेक्षा है कि वैकल्पिक स्थान का बंदोबस्त कर गरीबों को इज्जत का जीवन दे।