सोनीपत, राजेश आहूजा (वेब वार्ता)। हरियाणा के सोनीपत में एक अनूठी और पर्यावरण हितैषी पहल के तहत भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पंडित मोहन लाल बड़ौली ने गुरुवार को भाजपा कार्यालय परिसर में एक बर्ड टॉवर की आधारशिला रखी। यह 60 फुट ऊंचा बर्ड टॉवर पक्षियों के लिए आरामदायक और सुरक्षित आवास बनेगा, जिसमें लगभग 720 घरों में 3500 पक्षी रह सकेंगे।
प्रेरणा: मोदी और सैनी के पक्षी संरक्षण विजन से
प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने बताया कि इस विचार की प्रेरणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुजरात में पक्षी रैन बसेरा अभियान और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा पंचकुला में रखी गई आधारशिला से मिली।
उन्होंने कहा कि पर्यावरण संतुलन बनाए रखने और पक्षियों की dwindling population को सहारा देने के लिए यह पहल बेहद जरूरी है। इससे पहले गुरुग्राम में भी इसी तरह के बर्ड टॉवर स्थापित किए जा चुके हैं।
बर्ड टॉवर की विशेषताएं
जिला मीडिया प्रभारी एडवोकेट दिनेश अत्री ने बताया:
60 फुट ऊंचा प्री-फैब्रिकेटेड फाइबर टॉवर
6 रंगीन यूनिटों में विभाजित, जो पक्षियों को आकर्षित करेंगी
720 घर, जिनमें लगभग 3500 पक्षियों की क्षमता
शिकारी पक्षियों से सुरक्षित संरचना
दाना-पानी की विशेष व्यवस्था
हर मौसम में रहने योग्य – वॉटरप्रूफ व ताप सहनशील
पक्षियों के लिए सुरक्षित भविष्य की ओर कदम
दिनेश अत्री ने बताया कि पूरे भारत में पक्षियों की आवास, भोजन और प्रजनन प्रक्रिया में जटिलता बढ़ती जा रही है। इन्हीं चिंताओं को देखते हुए हरियाणा सरकार की पशु क्रूरता निवारण समिति के मार्गदर्शन में यह बर्ड टॉवर स्थापित किया जा रहा है।
कमिश्नर विजय दहिया और नोडल ऑफिसर डॉ. पुनीता की देखरेख में यह प्रोजेक्ट क्रियान्वित किया जा रहा है।
उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों की सूची
इस ऐतिहासिक अवसर पर कई प्रमुख नेताओं और गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति रही, जिनमें शामिल थे:
विधायक निखिल मदन
मेयर राजीव जैन
एडवोकेट राहुल खत्री
सोनिया मोर, हरदीप कुमार, मंत्री किशोर वशिष्ठ, त्रिभुवन कौशिक, राजेश मुकीमपुर, सुनीता सवबींइ, कुलदीप वत्स, डॉ विवेक मिश्रा, ईशा मिश्रा, सुरेंद्र मदान, राजकुमार शर्मा, आरती शर्मा, नरेश कुमार आदि।
पर्यावरण संरक्षण और जीवनदायिनी सोच की मिसाल
यह बर्ड टॉवर न केवल पक्षियों को आश्रय देगा, बल्कि यह समाज को प्रकृति और प्राणी जगत के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी का एहसास भी कराएगा। भाजपा द्वारा शुरू की गई यह पहल हरियाणा को ग्रीन और बर्ड-फ्रेंडली राज्य बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।