जम्मू, 18 फरवरी (वेब वार्ता)। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत की आजादी के सात दशक से अधिक समय के बाद केंद्र शासित प्रदेश में सामाजिक न्याय की स्थापना की है। उपराज्यपाल ने कहा कि उनके प्रशासन का दृष्टिकोण यह सुनिश्चित करना है कि विकास समाज के सभी वर्गों तक पहुंचे और अवसरों तक समान पहुंच के उपायों को और मजबूत किया जाए।
उपराज्यपाल ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘अवाम की आवाज’ में लोगों को संबोधित करते हुए ‘आत्मनिर्भर’ जम्मू-कश्मीर के निर्माण के लिए सामाजिक न्याय प्रदान करने के सरकार के प्रयासों का उल्लेख किया। उन्होंने लाभार्थियों और गुमनाम नायकों की प्रेरक कहानियां भी साझा कीं जो ‘नया जम्मू कश्मीर’ में परिवर्तन के प्रतीक बन गए हैं।
उपराज्यपाल सिन्हा ने कहा, ”भारत की आजादी के सात दशकों से अधिक समय के बाद, प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर में सामाजिक न्याय की स्थापना की, जिससे सभी को समान अवसर और संसाधनों तक पहुंच सुनिश्चित हुई तथा समाज के हाशिए पर रहने वाले वर्गों की भलाई एवं समृद्धि सुनिश्चित हुई है।” उन्होंने कहा कि ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ के दृष्टिकोण ने विकास संबंधी असंतुलन को दूर कर दिया है तथा जम्मू-कश्मीर को त्वरित एवं समावेशी विकास के पथ पर अग्रसर किया है।
सिन्हा ने कहा, ”कोई भी भविष्योन्मुखी समाज जन-केन्द्रित शासन के बिना प्रगति नहीं कर सकता। हमारा दृष्टिकोण यह सुनिश्चित करना है कि विकास समाज के सभी वर्गों तक पहुंचे तथा अवसरों तक समान पहुंच के उपायों को और मजबूत किया जाए।”