🎭 हैदराबाद में मनी लॉन्ड्रिंग जांच का बड़ा मोड़
हैदराबाद, (वेब वार्ता)। बेटिंग ऐप्स को प्रमोट करने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच का दायरा बढ़ता जा रहा है। बुधवार को प्रसिद्ध अभिनेता प्रकाश राज ईडी के बशीरबाग स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में पूछताछ के लिए पेश हुए। ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ी इस जांच में अब तक 29 से ज्यादा सेलिब्रिटीज को नोटिस जारी किए हैं।
📋 क्या है पूरा मामला?
मार्च 2025 में साइबराबाद पुलिस ने अभिनेता प्रकाश राज और अन्य के खिलाफ अवैध ऑनलाइन बेटिंग ऐप्स के प्रमोशन को लेकर केस दर्ज किया था।
प्रकाश राज ने अपनी सफाई में कहा था:
“2017 में मैंने एक ऐप के प्रमोशन के लिए कॉन्ट्रैक्ट साइन किया था, लेकिन बाद में जब इसकी प्रकृति समझ में आई तो मैंने इसे आगे नहीं बढ़ाया।”
🔍 जांच के दायरे में कई फिल्म सितारे
ईडी की जांच में सिर्फ प्रकाश राज ही नहीं, बल्कि राणा डग्गुबाती, विजय देवरकोंडा, लक्ष्मी मांचू, और अनन्या नागल्ला जैसे फिल्म सितारे भी शामिल हैं।
राणा डग्गुबाती को 23 जुलाई को तलब किया गया था, लेकिन उन्होंने तारीख बढ़ाने की अपील की।
विजय देवरकोंडा को 6 अगस्त को पेश होना है।
लक्ष्मी मांचू को 13 अगस्त को बुलाया गया है।
ईडी ने 29 से अधिक सेलिब्रिटीज, जिनमें टीवी एक्टर्स, होस्ट्स और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स शामिल हैं, को पूछताछ के लिए बुलाया है। इनमें ये नाम प्रमुख हैं:
श्रीमुखी
श्यामला
वर्षिनी सुंदरराजन
वसंती कृष्णन
शोभा शेट्टी
अमृता चौधरी
नयनी पावनी
पद्मावती
हर्ष साई
⚖️ कानूनी पहलू और आरोप
ईडी इस पूरे मामले की धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत जांच कर रही है। यह कार्रवाई तेलंगाना और आंध्र प्रदेश पुलिस द्वारा दर्ज 5 एफआईआर के आधार पर हो रही है:
पंजागुट्टा थाना
मियापुर थाना
साइबराबाद थाना
सूर्यापेट थाना
विशाखापत्तनम थाना
🧾 मनी लॉन्ड्रिंग और सट्टेबाजी के कनेक्शन
ईडी को शक है कि सेलिब्रिटीज ने जंगली रम्मी, ए23, जीतविन, परिमैच, लोटस365 जैसे अवैध बेटिंग प्लेटफॉर्म्स का प्रमोशन करके बड़ी रकम की मनी लॉन्ड्रिंग की है।
जब पुलिस ने कुछ एक्टर्स से पूछताछ की, तो उनका जवाब था:
“हमने यह प्रमोशन नैतिक आधार पर रोक दिया और कॉन्ट्रैक्ट रद्द कर दिए।”
हालांकि, ईडी की मानें तो प्रमोशन से जुड़ा फाइनेंशियल ट्रेल अब भी संदेह के घेरे में है और उसकी डिजिटल ट्रांजैक्शन और बैंक रिकॉर्ड से जांच की जा रही है।
🔚 निष्कर्ष:
इस मामले ने फिल्म जगत और ऑनलाइन प्रमोशन की नैतिकता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ईडी की जांच से यह तय होगा कि क्या सिर्फ प्रमोशन के बहाने अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी को बढ़ावा दिया गया, या इसमें और भी गहरी मनी लॉन्ड्रिंग की परतें छिपी हैं।