-हिमाचल में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त
शिमला, (वेब वार्ता)। हिमाचल प्रदेश में शुक्रवार रात से जारी मूसलधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। राज्य के कई जिलों में सड़कों पर जलभराव, भूस्खलन और नदियों के उफान से आपात स्थिति बन गई है। विशेष रूप से ऊना, कांगड़ा, कुल्लू, लाहौल-स्पीति और शिमला जिले सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। भारी बारिश को देखते हुए स्कूल, कॉलेज, आंगनवाड़ी केंद्र और कई ट्रेनिंग संस्थानों को बंद कर दिया गया है।
🔴 ऊना में स्वां नदी उफान पर, जिला प्रशासन अलर्ट
ऊना जिले में स्वां नदी का जलस्तर बढ़ने से शहर के निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। कई घरों और दुकानों में पानी घुस गया है और सड़कों पर जलभराव के कारण यातायात बाधित है। प्रशासन ने आज यानी 2 अगस्त को जिले के सभी शैक्षणिक और प्रशिक्षण संस्थानों में छुट्टी घोषित कर दी है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से घरों में ही रहने की अपील की है।
⚠️ पौंग डैम से छोड़ा जा सकता है पानी, पंजाब में भी अलर्ट
कांगड़ा जिले के पौंग डैम में जलस्तर 1365 फीट तक पहुंच गया है। संभावना जताई जा रही है कि अगर बारिश नहीं थमी तो जलाशय से पानी छोड़ा जा सकता है। इसके मद्देनजर पंजाब के होशियारपुर और इंदौरा के आसपास के लोगों को सतर्क किया गया है। बचाव कार्यों के लिए स्थानीय युवक मंडलों, मछुआरों और गोताखोरों की टीमों को तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं।
🚧 मनाली से केलंग और रोहतांग मार्ग बाधित
पर्यटन नगरी मनाली के ऊपरी क्षेत्रों में भूस्खलन के कारण अटल टनल के समीप मनाली-केलंग मार्ग बंद है। इसी प्रकार, रोहतांग-केलंग मार्ग पर बंता मोड़ के पास भूस्खलन हुआ है। बीआरओ और जिला प्रशासन सड़क बहाली में जुटे हुए हैं।
🌊 कुल्लू में फ्लैश फ्लड, पावर प्रोजेक्ट डैम टूटा
कुल्लू जिले की पार्वती घाटी में मलाणा-1 जल विद्युत परियोजना का कॉफर डैम टूट गया, जिससे हाइड्रा मशीन, डंपर और अन्य उपकरण बह गए। किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन पार्वती नदी का जलस्तर बढ़ने से खतरा बना हुआ है। कई अस्थायी पुल और सड़कें बह गई हैं।
🏔️ लाहौल-स्पीति में भी फ्लैश फ्लड, केलंग-लेह मार्ग बंद
जिस्पा के पास फ्लैश फ्लड के कारण केलंग-दारचा-सारचू-लेह मार्ग पर यातायात बंद हो गया है। सीमा सड़क संगठन (BRO) मार्ग को फिर से खोलने के प्रयास में जुटा है। फिलहाल किसी तरह के जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है।
🌧️ मौसम विभाग का येलो अलर्ट: और तेज़ होगी बारिश
मौसम विभाग ने 5 अगस्त तक राज्य में भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया है।
2 अगस्त: मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर में भारी वर्षा
3 अगस्त: चंबा, कांगड़ा और सिरमौर
4 अगस्त: लगभग सभी जिलों में अलर्ट
5 अगस्त: ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, शिमला और सिरमौर
⚡ बिजली, पानी और परिवहन पर भी असर
कुल 283 सड़कें बंद
314 ट्रांसफार्मर ठप
221 पेयजल योजनाएं प्रभावित
☠️ मानसून में अब तक 176 मौतें, 36 लोग लापता
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार:
176 लोगों की मौत
281 घायल
36 लापता
सबसे अधिक मौतें मंडी (35), कांगड़ा (28), कुल्लू (18)
💥 अब तक 28 बार बादल फटा, 46 जगह फ्लैश फ्लड
1526 घरों को नुकसान, जिनमें 443 घर पूरी तरह ढहे
सबसे अधिक नुकसान मंडी (386 घर पूरी तरह तबाह)
प्रदेश को 1678 करोड़ रुपए का नुकसान
📣 प्रशासन की अपील
हिमाचल सरकार और आपदा प्रबंधन विभाग ने नदी किनारों, नालों और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों से दूर रहने की अपील की है। बचाव दलों को सक्रिय कर दिया गया है और हालात की लगातार निगरानी हो रही है।