जयपुर, (वेब वार्ता)। राजस्थान के नागौर सांसद और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) प्रमुख हनुमान बेनीवाल ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर कजाकिस्तान में गंभीर रूप से बीमार MBBS छात्र राहुल घोसलिया को एयरलिफ्ट कर भारत लाने की मांग की। मंत्री गडकरी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया और विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से तुरंत बात की। यह मुलाकात गुरुवार को दिल्ली स्थित गडकरी के आवास पर हुई, जिसमें बेनीवाल छात्र के परिजनों को भी साथ ले गए थे।
जयपुर जिले के शाहपुरा क्षेत्र के निवासी और वर्तमान में कजाकिस्तान से एमबीबीएस कर रहे छात्र राहुल घोषलिया को तत्काल कजाकिस्तान से एयरलिफ्ट करके भारत लाने के लिए लगातार प्रयासरत हूं | आज राहुल के परिजनों / रिश्तेदारों को नई दिल्ली में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री… pic.twitter.com/Z2pQ1q7p1R
— HANUMAN BENIWAL (@hanumanbeniwal) October 16, 2025
कजाकिस्तान में छात्र की हालत गंभीर: वेंटिलेटर पर हैं राहुल
राहुल घोसलिया, जयपुर जिले के शाहपुरा निवासी, कजाकिस्तान में MBBS की पढ़ाई कर रहे हैं। पिछले कई दिनों से वे गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं और वेंटिलेटर पर हैं। बेनीवाल ने गडकरी को अवगत कराया कि वहां उचित चिकित्सा सुविधाओं के अभाव में छात्र की जान को खतरा है। सांसद ने कहा, “यह अति संवेदनशील मामला है। विदेश मंत्रालय और संबंधित विभागों के समन्वय से शीघ्र कार्रवाई जरूरी है।”
इससे पहले बेनीवाल ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर को पत्र लिखा था और मंत्रालय के अधिकारियों से बातचीत कर एयर एंबुलेंस की व्यवस्था की अपील की थी। परिजनों ने भी मंत्री से मिलकर मानवीय आधार पर तुरंत हस्तक्षेप की गुहार लगाई।
गडकरी ने दिया त्वरित कार्रवाई का आश्वासन
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से संपर्क किया। उन्होंने राहुल को जल्द से जल्द भारत लाकर उचित इलाज उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। गडकरी ने कहा, “मैं स्वयं इस मामले पर नजर रखूंगा। हरसंभव मदद सुनिश्चित की जाएगी।” बेनीवाल ने मंत्री के सकारात्मक रुख की सराहना की और कहा कि इससे छात्र के परिवार को राहत मिलेगी।
यह घटना भारतीय छात्रों की विदेशी मेडिकल शिक्षा के दौरान स्वास्थ्य समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करती है। कजाकिस्तान में सैकड़ों राजस्थानी छात्र पढ़ाई कर रहे हैं, और ऐसी घटनाओं पर त्वरित सरकारी हस्तक्षेप की मांग बढ़ रही है।