गोहाना ,राजेश आहूजा (वेब वार्ता)। पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि आज़ादी के 79वें वर्ष में हम सिर्फ जश्न ही नहीं मना रहे, बल्कि उस दर्दनाक इतिहास को भी याद कर रहे हैं जिसने लाखों भारतीयों की ज़िंदगी हमेशा के लिए बदल दी। भारत विभाजन की विभीषिका में अनगिनत परिवारों ने अपने घर, जमीन, रिश्तेदार और सुख-शांति सब कुछ खो दिया। इसी स्मरण के तहत रविवार को गोहाना में चतुर्थ विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस का आयोजन हुआ, जिसमें 86 विभाजन पीड़ित परिवारों को सम्मानित किया गया।
यह कार्यक्रम भाजपा, पंचनद ट्रस्ट और पंजाबी समाज के तत्वावधान में सामुदायिक भवन, सेक्टर 7 में आयोजित हुआ। इसमें सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने शिरकत की।
भारत विभाजन — एक दर्दनाक गाथा
अपने संबोधन में डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा,
“देश की आज़ादी के उल्लास के बीच 1947 का भारत-पाकिस्तान बंटवारा दुनिया की सबसे बड़ी मानवीय त्रासदी थी। लाखों लोगों ने हिंसा, विस्थापन और मौत का मंजर देखा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लालकिला से विभाजन विभीषिका को सम्मान देने की परंपरा शुरू की और अब मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी इसे आगे बढ़ा रहे हैं।”
उन्होंने यह भी घोषणा की कि पंजाबी समाज के लिए सामुदायिक केंद्र और पंचनद चौक की मांग जल्द ही मुख्यमंत्री के सामने रखी जाएगी।
मोहन लाल बड़ौली का आह्वान
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने कहा कि बंटवारे के बाद भारत आए इन परिवारों ने अपनी मेहनत से देश की प्रगति में अहम भूमिका निभाई।
“अब हमारी जिम्मेदारी है कि हम इनका सम्मान करें और युवा पीढ़ी को इतिहास से अवगत कराएं ताकि ऐसी त्रासदी दोबारा न हो।”
उन्होंने सोमवार को आयोजित होने वाली भाजपा गोहाना की तिरंगा यात्रा में अधिक से अधिक लोगों से शामिल होने का आह्वान किया।
रक्षाबंधन का भी उत्सव
कार्यक्रम के उपरांत भाजपा महिला मोर्चा पदाधिकारियों ने मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा और प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली को राखी बांधी और रक्षाबंधन की शुभकामनाएं दीं।