मंगलुरु, (वेब वार्ता)। कर्नाटक के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल धर्मस्थल में सामूहिक कब्र के रहस्यमयी मामले की जांच लगातार गहराती जा रही है। विशेष जांच दल (SIT) ने मंगलवार को लगातार सातवें दिन खुदाई जारी रखी। इस मामले ने पूरे प्रदेश में सनसनी फैला दी है, क्योंकि खुदाई के दौरान अब तक 114 मानव हड्डियाँ और एक खोपड़ी बरामद हो चुकी है।
🔍 कब्र संख्या 14 से निकले मानव अवशेष
मंगलवार को SIT ने एक नए चिन्हित स्थान, जिसे “दफन स्थान संख्या 14” नाम दिया गया है, की खुदाई शुरू की। इस स्थान से जो हड्डियाँ बरामद हुईं, उन्हें मेडिकल जांच के लिए उडुपी के केएमसी अस्पताल भेजा गया है।
सूत्रों के अनुसार, यह अवशेष जमीन की सतह से लगभग 2-3 फीट नीचे पाए गए। मौके से एक लाल रंग की साड़ी भी बरामद हुई है, जिससे आशंका जताई जा रही है कि पीड़ित की गला घोंटकर हत्या की गई हो सकती है। प्रारंभिक रिपोर्ट्स से यह संकेत भी मिला है कि कंकाल एक पुरुष का हो सकता है।
🧠 खुफिया सूचना से खुला नया दफन स्थल
जब पहले से चिन्हित दफन स्थल संख्या 11 पर खुदाई चल रही थी और कोई साक्ष्य नहीं मिला, तभी एक गुप्त मुखबिर ने अधिकारियों को पास के एक अन्य स्थान की सूचना दी। वहां से कई हड्डियां और एक मानव खोपड़ी मिलने का दावा किया गया है।
इस बीच, एक सामाजिक कार्यकर्ता टी. जयंत ने एक चौंकाने वाला आरोप लगाते हुए SIT से शिकायत की है कि एक पुलिस अधिकारी ने बिना किसी कानूनी प्रक्रिया के एक नाबालिग लड़की के शव को दफना दिया।
📂 पैन कार्ड और महिला के कपड़े भी मिले थे पहले
यह मामला तब और गंभीर हो गया जब पहले खुदाई स्थल से एक पैन कार्ड और लक्ष्मी नामक महिला के फटे हुए वस्त्र भी बरामद किए गए थे। हालांकि SIT प्रमुख मोहंती ने पहले दावा किया था कि खुदाई से कोई खास साक्ष्य नहीं मिला है, लेकिन बाद में रिपोर्ट्स ने इसके उलट जानकारी दी।
🧪 फॉरेंसिक जांच जारी, रहस्य गहराया
फिलहाल SIT ने किसी भी तरह का आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन फॉरेंसिक टीम जांच में जुटी है और सैंपल्स को लैब में भेजा जा चुका है। मामला अब केवल धर्मस्थल तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसमें संभावित हत्या, अवैध दफन और पुलिस की लापरवाही जैसे गंभीर सवाल भी उठने लगे हैं।