गोहाना, (वेब वार्ता)। जैन समाज के महान संत गच्छाधिपति सेठ प्रकाश चंद जी महाराज के देवलोकगमन पर हरियाणा की राजनीति, संत समाज और श्रद्धालु वर्ग में शोक की लहर दौड़ गई है। गुरुवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली और हरियाणा के सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने उनके अंतिम दर्शनों के लिए तपोधनी पब्लिक स्कूल परिसर पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की और नगर शोभायात्रा में शामिल हुए।
गुरुदेव के जीवन की प्रेरणाएं
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए कहा,
“गच्छाधिपति सेठ प्रकाश चंद जी महाराज का जीवन प्रेम, अहिंसा और आध्यात्मिक चेतना की जीती-जागती मिसाल था। उनका सादा जीवन और दिव्य विचारधारा समाज के लिए चिरकाल तक प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी।”
उन्होंने यह भी कहा कि संत समाज ने एक अलौकिक आध्यात्मिक प्रकाश को खो दिया है, जिसकी पूर्ति असंभव है।
डॉ. अरविंद शर्मा की भावुक श्रद्धांजलि
कैबिनेट मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने गुरुदेव की शिक्षाओं को याद करते हुए कहा,
“गच्छाधिपति सेठ प्रकाश चंद जी महाराज का सम्पूर्ण जीवन सर्वधर्म सद्भाव, शांति और संयम का प्रतीक रहा है। वह एक ऐसे दिव्य पुरुष थे, जिनके विचार सदैव समाज को सकारात्मक दिशा देते रहेंगे।”
डॉ. शर्मा ने उन्हें एक “अलौकिक दिव्य पुंज” बताते हुए कहा कि उनका सान्निध्य समाज के लिए एक बड़ा मार्गदर्शन रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि ब्रह्मलीन गुरुदेव के साथ बिताया गया समय उनके लिए जीवन की अनमोल धरोहर रहेगा।
शोभायात्रा में उमड़ा जनसैलाब
गुरुदेव की अंतिम शोभायात्रा तपोधनी पब्लिक स्कूल परिसर से निकली, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने शामिल होकर श्रद्धांजलि अर्पित की। नगर परिक्रमा के दौरान लोगों ने फूलों की वर्षा की और “गुरुदेव अमर रहें” के नारों से वातावरण को भावुक बना दिया।
इस आयोजन में संत समाज, स्थानीय जनप्रतिनिधि, सामाजिक संगठनों और जैन समाज के गणमान्य लोगों की भारी उपस्थिति रही।
देश-विदेश में फैले अनुयायियों में शोक
गुरुदेव के अनुयायी न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी फैले हुए हैं। उनके देवलोकगमन की खबर मिलते ही विश्वभर से शोक संदेश आने लगे। श्रद्धालुओं का कहना है कि उनके सद्गुणों और शिक्षाओं को आने वाली पीढ़ियाँ भी याद रखेंगी।