Thursday, July 31, 2025
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बाघ सहित सभी वन्यजीवों के बेहतर संरक्षण और प्रबंधन का आदर्श केन्द्र बना मध्य प्रदेश : मोहन यादव

– प्रधानमंत्री मोदी की दूरदर्शी सोच को क्रियान्वित कर प्रदेश में हुआ चीतों का सफल पुनर्स्थापनः मुख्यमंत्री

भोपाल, जुलाई (वेब वार्ता)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश को टाइगर स्टेट का गौरव प्राप्त है। हमारे राज्य में नौ टाइगर रिजर्व हैं। बाघ सहित सभी वन्यजीवों की संख्या निरंतर बढ़ रही है और इनके संरक्षण और उनके बेहतर प्रबंधन के आदर्श केन्द्र के रूप में मध्य प्रदेश की पहचान बनी है। वन्यजीव संरक्षण के लिए स्थानीय समुदाय की सहभागिता को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। राज्य सरकार के इन प्रयासों से पारिस्थितिकी तंत्र के मजबूत होने के साथ प्रदेश में पर्यटन गतिविधियों को भी प्रोत्साहन मिलेगा।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव मंगलवार को ‘अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस’ के अवसर पर भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया और प्रदेशवासियों को नागपंचमी की बधाई दी। इस दौरान उन्होंने वन्यजीवों के परिवहन के लिए तीन वन्यजीव वाहन, तीन वन्य जीव चिकित्सा वाहन और दो डॉग स्क्वाड रेस्क्यू वाहनों का लोकार्पण किया। उन्होंने वन्यजीव परिवहन के लिए वाहनों में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी भी प्राप्त की

वनकर्मियों के अथक प्रयासों से प्रदेश वन क्षेत्र और वन्यजीवों से हो रहा समृद्ध-

मुख्यमंत्री ने कहा कि वनकर्मियों के अथक प्रयासों से प्रदेश में वन क्षेत्र समृद्ध हो रहा है और वन्यजीवों की संख्या भी बढ़ रही है। मध्य प्रदेश बाघ और मनुष्य के एक साथ रहने के उदाहरण के रूप में उभर रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदर्शी सोच को क्रियान्वित करते हुए प्रदेश चीतों के पुनर्स्थापन में भी सफल रहा है। राज्य में रातापानी को आठवें टाइगर अभ्यारण्य का दर्जा मिला है। राज्य सरकार ने उज्जैन और जबलपुर में जू (चिड़ियाघर) और वन्यजीव रेस्क्यू सेंटर विकसित करने की योजना बनाई है। यह केवल पारंपरिक जू नही होंगे, बल्कि वन्यजीवों के संरक्षण एवं पुनर्वास के लिये समर्पित “वन्यजीव रेस्क्यू सेंटर” के रूप में विकसित किये जाएंगे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पूरी दुनिया में जितने बाघ हैं, उससे ज्यादा बाघ हमारे देश के अंदर है। देश में अगर सबसे बड़ा कोई राज्य बाघ को अपने राज्य के अंदर गौरव से रखता है तो वह राज्य मध्य प्रदेश है। डॉ. विष्णु श्रीधर वाकणकर रातापानी और माधव नेशनल पार्क- दोनों टाइगर अभयारण्य हमारे द्वारा बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि मेरी अपनी ओर से राज्य के गौरव के लिये आप सबको बधाई देता हूँ। टाइगर रिजर्व के पास के बफर जोन में भी टाइगर सफारी प्रारंभ करेंगे।

वन्यजीव संरक्षण पर केंद्रित प्रदर्शनी का शुभारंभ-

मुख्यमंत्री ने वन्यजीव संरक्षण संबंधी गतिविधियों पर केंद्रित प्रदर्शनी का शुभारंभ कर अवलोकन किया। प्रदर्शनी में अपने उत्पाद प्रदर्शित करने प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों से आयीं बहनों ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव को राखी बांधी। पेंच टाइगर रिजर्व द्वारा बाघ संरक्षण और प्रबंधन में सामुदायिक सहभागिता को प्रोत्साहित करने के लिए चलाए जा रहे बाघ देव अभियान के कार्यक्रम स्थल पर बने स्टॉल पर पहुंच कर मुख्यमंत्री ने प्रदेश में बाघों की संख्या में वृद्धि की मनोकामना करते हुए सांचे से बाघ की प्रतिकृति निर्मित की।

पेंच-बाघ और तितलियां सहित कई पुस्तकों का विमोचन-

मुख्यमंत्री ने राज्य वन्यजीव योजना 2023-2043 के हिंदी संस्करण, चीता निश्चेतन तथा प्रबंधन पर विकसित मैन्युअल, भविष्य में वन्य जीव प्रबंधन संबंधी कार्यशाला के निष्कर्षों पर विकसित रिपोर्ट, पेंच टाइगर रिजर्व द्वारा विकसित पुस्तक तथा गिद्ध गणना रिपोर्ट का विमोचन भी किया। उन्होंने बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व द्वारा हाथियों के चिन्हांकन के लिए विकसित डोजियर और डाक विभाग द्वारा अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस पर प्रकाशित विशेष आवरण तथा जंगली उल्लू प्रजाति पर केंद्रित पोस्टर का विमोचन भी किया गया। मुख्यमंत्री ने हाथी मानव संघर्ष को कम करने के लिए विकसित ऐप गजरक्षक लांच किया।

चीता पुनर्वास पर केंद्रित फिल्म अबोड़ ऑफ चीताज़ का टीजर रिलीज-

मुख्यमंत्री की उपस्थिति में विभिन्न वृत्तचित्रों के टीजर जारी किए गए। इसके अंतर्गत पेंच टाइगर रिजर्व द्वारा स्थानीय समुदाय की सहभागिता से बाघ प्रबंधन पर विकसित फिल्म, कान्हा टाइगर रिजर्व द्वारा विकसित फिल्म मृत्युंजय, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व पर केंद्रित फिल्म सतपुड़ा कल आज और कल तथा चीता पुनर्वास पर केंद्रित फिल्म अबोड़ ऑफ चीताज़ के टीजर रिलीज किए गए।

वन्यजीव संरक्षण में उत्कृष्ट कार्य करने वाले वनकर्मी और संस्थाएं सम्मानित-

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वन्यजीव संरक्षण में उत्कृष्ट कार्यों के लिए पुरस्कार प्रदान किए। इसके अंतर्गत अंतरराष्ट्रीय बाघ तस्कर को सजा दिलाने तथा इंटरपोल द्वारा प्रशंसा प्राप्त अपराध अन्वेषण दल के सदस्यों को सम्मानित किया गया। साउथ अफ्रीका से लाए गए चीतों के कुशल प्रबंधन-संवर्धन और संरक्षण के लिए सक्रिय वन्यजीव प्रबंधन दल के सदस्यों का भी सम्मान हुआ। प्रदेश में वन्य जीवों के स्वास्थ्य, अनुश्रवण और उपचार में महत्वपूर्ण योगदान देने के साथ चीतों के स्वास्थ्य और उपचार में सहयोग के लिए स्कूल ऑफ वाइल्ड लाइफ फॉरेंसिक एंड हेल्थ जबलपुर की संचालक शोभा जावरे का सम्मान किया गया।

इसी क्रम में बाघ पुनर्वास में योगदान के लिए माधव टाइगर रिजर्व की वन क्षेत्रपाल शुभी जैन, ग्राम विस्थापन में सराहनीय योगदान के लिए संजय टाइगर रिजर्व के वन क्षेत्रपाल महावीर सिंह पांडे, बाघ अनुश्रवण एवं गौर पुनर्स्थापन में योगदान के लिए सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के मणिराम महावत, चीते की सतत् निगरानी और सुरक्षा में योगदान के लिए वन मंडल मंदसौर के वनपाल दिनेश सिंह कुशवाह को सम्मानित किया गया। वन्यजीवन रेस्क्यू श्रेणी के अंतर्गत सतना के वनरक्षक रामसुरेश वर्मा और पन्ना टाइगर रिजर्व के वनरक्षक रामपाल प्रजापति सम्मानित हुए। ग्राम विकास और वन्यजीव द्वंद को कम करने में योगदान के लिए पेंच टाइगर रिजर्व की मिर्चीबाड़ी ईको विकास समिति, वन्य जीवन सुरक्षा और उनके स्थानांतरण कार्य में योगदान के लिए कान्हा टाइगर रिजर्व के महावत गुलाब सिंह उईके और ग्रामीण विकास तथा पर्यटक सुविधा उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के‍ लिए पेंच टाइगर रिजर्व के सुरक्षा श्रमिक हृदय मसकोले को सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री दिलीप सिंह अहिरवार ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में विधायक रामेश्वर शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी, रवींद्र यति, अपर मुख्य सचिव अशोक बर्णवाल, प्रधान मुख्य वन संरक्षक असीम श्रीवास्तव, वन सुरक्षा समितिं, ईको विकास समिति, ग्राम वन समिति के सदस्य और वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।

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