डीजीसीए ने वीएफआर से आईएफआर में किया प्रमोट, नेविगेशन सिस्टम टेस्टिंग के बाद मिली मंजूरी
कुशीनगर, ममता तिवारी (वेब वार्ता)। कुशीनगर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को नियमित उड़ानों की दिशा में बड़ी सफलता मिली है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने एयरपोर्ट को विजुअल फ्लाइंग रूल्स (VFR) से इंस्ट्रूमेंट फ्लाइंग रूल्स (IFR) श्रेणी में अपग्रेड कर दिया है। इस फैसले के साथ अब यहां से विमानों का संचालन दिन-रात और खराब मौसम में भी किया जा सकेगा।
एयरपोर्ट के डायरेक्टर प्राणेश राय ने जानकारी दी कि आईएफआर लाइसेंस के लिए दो साल से प्रक्रिया चल रही थी। इस दौरान एयरपोर्ट पर नेविगेशन सिस्टम जैसे डीवीओआर (Doppler VOR), डीएमई (Distance Measuring Equipment) और एनबीएन सहित अत्याधुनिक उपकरण स्थापित किए गए।
तीन बार हुआ डीजीसीए का निरीक्षण
नेविगेशनल सिस्टम की जांच के लिए डीजीसीए की अलग-अलग विशेषज्ञ टीमों ने एयरपोर्ट का तीन बार दौरा किया। अंतिम निरीक्षण 10 जून को हुआ था, जब असिस्टेंट डायरेक्टर वेदप्रकाश प्रजापति के नेतृत्व में टीम ने परीक्षण पूरा कर रिपोर्ट सौंपी थी। इसके बाद ही आईएफआर श्रेणी का लाइसेंस जारी किया गया।
स्टाफ ने मनाया जश्न
लाइसेंस मिलने के बाद एयरपोर्ट पर खुशी की लहर दौड़ गई। मंगलवार को स्टाफ ने केक काटकर एक-दूसरे को मिठाई खिलाई और जश्न मनाया।
उड़ान संचालन को मिलेगा बढ़ावा
प्राणेश राय ने बताया कि इस लाइसेंस से अब घने कोहरे और रात्रिकाल में भी विमान उतर और उड़ान भर सकेंगे, जिससे घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय विमानन कंपनियों की रुचि बढ़ेगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि ठंड के मौसम से नियमित उड़ान संचालन शुरू हो सकता है।
क्षेत्रीय विकास को मिलेगा बल
आईएफआर अपग्रेडेशन से हवाई अड्डे की कनेक्टिविटी सुधरेगी, जिससे पर्यटन, व्यापार और निवेश के नए अवसर खुलेंगे। कुशीनगर अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट अब तकनीकी दृष्टि से देश के अन्य बड़े हवाई अड्डों की श्रेणी में आ खड़ा हुआ है।