चंडीगढ़, (वेब वार्ता)। पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि राज्य में रास्ते बंद होने से व्यापार और उद्योग बुरी तरह प्रभावित हुआ है। उन्होंने इस मुद्दे को गंभीर बताते हुए कहा कि पंजाब की आर्थिक गतिविधियों को पटरी पर लाने के लिए जल्द समाधान जरूरी है।
इसके साथ ही, मंत्री चीमा ने नशे के खिलाफ चल रही मुहिम पर भी बात रखी। उन्होंने कहा कि केवल तस्करों पर कार्रवाई करने से नशे की समस्या खत्म नहीं होगी, बल्कि युवाओं को सही दिशा देने की भी जरूरत है। बेरोजगारी को नशे की समस्या से जोड़ते हुए उन्होंने कहा कि युवाओं को रोजगार देना ही इस संकट का स्थायी समाधान हो सकता है।
कैबिनेट मंत्री चीमा ने कहा, “पूरे पंजाब को नशे के खिलाफ एकजुट होना होगा। हमें न केवल ड्रग माफिया पर शिकंजा कसना है, बल्कि युवाओं को सकारात्मक दिशा में ले जाने के लिए रोजगार और अन्य अवसर भी उपलब्ध कराने होंगे।”
बुधवार को केंद्र सरकार के साथ 7वीं बैठक बेनतीजा रही। बातचीत करके चंडीगढ़ से लौट रहे किसान मजदूर मोर्चा के सरवण सिंह पंधेर और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के जगजीत सिंह डल्लेवाल को हिरासत में लिया गया। पंजाब पुलिस ने देर शाम शंभू और खनौरी बॉर्डर से किसानों का हटाने की कार्रवाई शुरू की। बुलडोजर से किसानों के शेड भी तोड़े गए। गुरुवार को कुछ किसान पुलिस की निगरानी में अपने ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के साथ खनौरी बॉर्डर से अपने-अपने गांव की ओर लौटते दिखे।
इस समय इलाके में तनाव बना हुआ है, और पुलिस स्थिति को पूरी तरह से नियंत्रित करने के प्रयास में जुटी हुई है। वहीं, हरियाणा पुलिस ने गुरुवार सुबह विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों की आवाजाही को प्रतिबंधित करने के लिए लगाए गए कंक्रीट के बैरिकेड्स हटाना शुरू किया।