बलरामपुर, कमर खान (वेब वार्ता)। सरकारी मदरसों में चल रहे फर्जी नियुक्ति व भ्रष्टाचार को अधिकारियों बेनकाब करने में योगी सरकार जुटी है लेकिन अभी भी अधिकारियों की मिलीभगत से फर्जीवाड़े को अंजाम दिया जा रहा है। बलरामपुर जिले में एक मदरसे में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है। जिसमें शिक्षकों की नियुक्ति में भ्रष्टाचार का खुला खेल खेला गया है। आरोप है कि एक ही परिवार के कई लोगों को नियुक्त कर दिया गया हैं। मदरसे में तैनात लिपिक अकलीम सिद्दीकी का भाई और एक बेटा तैनात है । वहीं दूसरी तरफ पूर्व प्रबंधक मौलाना मोहिबुल हक के तीन बच्चे के अलावा रिस्तेदारों की तैनाती कर दी गई है।
उपरोक्त मदरसे से संबंधित कई बार आरटीआई भी मांगी की गई लेकिन कोई जवाब नहीं दिया गया बल्कि शासन प्रशासन को बार बार गुमराह करके पैसे के बल पर फर्जी तरीके से नियुक्तियां करवा ली गई। जिसमें रिश्तेदार से लेकर परिवार तक शामिल है। जो मदरसा नियमावली का खुला उलंघन है।
सेंट्रल प्रेस काउंसिल के प्रदेश अध्यक्ष आरपी सिंह कहते हैं कि मदरसा दारूल उलूम सरकारे आसी ने नियुक्तियों के मामले में सारे नियमों को ताक पर रख दिया है। अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से मदरसा संचालकों ने एक ही परिवार के तीन तीन लोगों को नियुक्त कर दिया है।
सरकारी मदरसे में परिवार के लोग काट रहे हैं मलाई



