Tuesday, December 23, 2025
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बिजली व्यवस्था पर गरजे ऊर्जा मंत्री एके शर्मा: अधिकारियों को सुनाई खरी-खोटी, पूछा– “विभाग ने हमारी सुपारी ले रखी है क्या?”

लखनऊ, (वेब वार्ता)। उत्तर प्रदेश की बिजली व्यवस्था को लेकर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा का बुधवार को गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। बीते दिनों कई जिलों का दौरा कर लौटे ऊर्जा मंत्री ने पावर कॉरपोरेशन के अधिकारियों को विडियो कॉन्फ्रेंसिंग में जमकर फटकार लगाई। बैठक के दौरान उन्होंने कहा, “हमारी मौजूदगी में ट्रांसफॉर्मर जल रहे हैं, विधायक खरी-खोटी सुना रहे हैं और आप लोग मीटिंग में कहते हैं कि सब कुछ ठीक है? क्या विभाग ने हमारी सुपारी ले रखी है?”

विधायक और जनता से मिल रही शिकायतों पर भड़के मंत्री

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि उनके दौरों के दौरान कई जगह बिजली आपूर्ति की जमीनी हकीकत बेहद खराब मिली। कई भाजपा विधायकों ने भी इस संबंध में उन्हें शिकायत की और पत्र लिखे। मंत्री ने अधिकारियों से कहा, “जनप्रतिनिधि और जनता लगातार बिजली कटौती और ट्रांसफॉर्मर जलने की शिकायतें कर रहे हैं, लेकिन आपकी ओर से झूठी रिपोर्ट भेजी जा रही है। आप लोग एसी कमरों में बैठकर यह मान लेते हैं कि व्यवस्था सही चल रही है, जबकि ज़मीनी हकीकत इसके उलट है।”

‘आप लोग अंधे, बहरे होकर बैठे हैं’

बैठक के दौरान मंत्री एके शर्मा का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने कहा, “आप लोग अंधे, बहरे होकर बैठे हैं। जनता पर क्या बीत रही है, इसका कोई आभास नहीं है। नीचे से जो झूठी रिपोर्ट आती है, वही आप ऊपर भेजते हैं।”

‘ये दुकान नहीं है, जहां पैसा नहीं दिया तो बिजली नहीं मिलेगी’

ऊर्जा मंत्री ने चेयरमैन आशीष कुमार गोयल को आड़े हाथों लेते हुए कहा, “पावर कॉरपोरेशन एक सार्वजनिक कंपनी है। यह कोई दुकान नहीं है कि पैसा नहीं दिया तो बिजली नहीं मिलेगी। क्या व्यवस्था चला रहे हैं कि एक उपभोक्ता का बिल न जमा होने पर पूरे गांव की बिजली काट दी जाती है? जो उपभोक्ता समय से बिल जमा कर रहे हैं, उन्हें क्यों सजा दी जा रही है?”

’72 करोड़ का बिल एक आम आदमी के नाम कैसे?’

मंत्री ने अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि “एक आम उपभोक्ता के नाम पर 72 करोड़ रुपये का बिजली बिल आ जाता है और फिर उसे सही कराने के लिए उससे पैसे वसूले जाते हैं। यह घोर लापरवाही और भ्रष्टाचार का मामला है।”

‘विजिलेंस गलत जगह छापे मार रही है’

मंत्री ने पावर कॉरपोरेशन की विजिलेंस टीम को भी चेताया। उन्होंने कहा कि विजिलेंस टीमें उन जगहों पर छापे मार रही हैं, जहां चोरी नहीं हो रही। वहीं जहां बड़े स्तर पर बिजली चोरी हो रही है, वहां अधिकारी जानबूझकर नहीं जाते। FIR के नाम पर पैसे की वसूली हो रही है।

‘जो फील्ड में नहीं जाएंगे, उनकी खैर नहीं’

ऊर्जा मंत्री ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि, “अब जो अधिकारी फील्ड में नहीं जाएंगे और शिकायतों को अनदेखा करेंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। विभाग की छवि को सुधारना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। लापरवाही और भ्रष्टाचार कतई बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।”

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