नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने झारखंड की वांछित महिला नक्सली को गिरफ्तार किया है। महिला आरोपी दिल्ली में पहचान बदलकर रह रही थी। क्राइम ब्रांच के डीसीपी विक्रम सिंह ने बताया कि महिला आरोपी की उम्र 23 वर्ष है। और झारखंड की रहने वाली है।
डीसीपी ने बताया कि क्राइम ब्रांच की एक टीम एनसीआर क्षेत्र में रहने वाले माओवादी, चरमपंथियों से संबंधित एक गुप्त सूचना पर काम कर रही थी। मंगलवार को, टीम को एक माओवादी चरमपंथी के बारे में जानकारी मिली, जो माओवादी नक्सली समूह का सदस्य है। क्राइम ब्रांच को यह पता चला कि महिला नक्सली अपनी असली पहचान छिपाकर पीतमपुरा इलाके में रह रही है। इस जानकारी के बाद, आरोपी महिला को पकड़ लिया गया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
डीसीपी के मुताबिक, आरोपी महिला झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के कुदाबुरू गांव की रहने वाली है। पुलिस के अनुसार, उस समय, शिविर में 300-450 व्यक्ति रहते थे, जिनमें 40-50 महिलाएं, उसकी उम्र के 4-5 बच्चे शामिल थे। गिरफ्तार महिला आरोपी अपने समय के दौरान, पांच साल तक कठोर और गहन प्रशिक्षण लिया, जहां उसे एक प्रशिक्षित नक्सली के रूप में तैयार किया गया। पूछताछ के अनुसार, यह पता चला है कि उसने एसएलआर, इंसास, एलएमजी, हैंड ग्रेनेड सहित अन्य अत्याधुनिक हथियारों को संभालने का व्यापक प्रशिक्षण लिया था।
पुलिस के अनुसार, गिरोह के साथ पैदल गश्त के दौरान, महिला आरोपी इंसास राइफल लेकर चलती थी। 2018 में, उसने कोल्हान में झारखंड पुलिस के साथ मुठभेड़ में भाग लिया, इसके बाद 2019 में पोराहाट और 2020 में सोनुआ में अपने कंपनी कमांडर के साथ इसी तरह की मुठभेड़ में शामिल रही। अपने गुट के कमांडर के निर्देश पर वह दिल्ली चली गई। 2020 में दिल्ली पहुंचने पर, उसने अपनी असली पहचान छिपाई और नोएडा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में एक हाउस क्लीनर के रूप में काम करना शुरू कर दिया। फिलहाल, वह पीतमपुरा इलाके में बस गई, जहाँ वो गुप्त रूप से रह रही थी।