संगठित गिरोह द्वारा धर्म परिवर्तन और दुष्कर्म का मामला उजागर, एसपी के निर्देश पर हुई त्वरित कार्रवाई
कुशीनगर, ममता तिवारी (वेब वार्ता)। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में थाना रामकोला क्षेत्र से एक संगठित गिरोह द्वारा नाबालिग हिंदू लड़कियों को बहला-फुसलाकर धर्मांतरण और दुष्कर्म के गंभीर मामले का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चार अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है और एक नाबालिग लड़की को सकुशल बरामद कर लिया गया है।
घटना थाना रामकोला क्षेत्र की है, जहां 19 जुलाई को एक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई कि उसकी 15 वर्षीय बेटी को गांव के ही अरमान अली और उसके साथी हमदम अंसारी बहला-फुसला कर शादी का झांसा देकर भगा ले गए। इस आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।
पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा के निर्देश पर गठित विशेष टीम ने छानबीन के दौरान पाया कि टेकुआटार और आसपास के क्षेत्रों में सक्रिय एक गिरोह हिन्दू समुदाय की नाबालिग लड़कियों को प्रेमजाल में फंसा कर धर्म परिवर्तन कराने और फिर फर्जी दस्तावेजों के जरिए उन्हें अपने कब्जे में रखकर यौन शोषण करता था।
पुलिस ने इस गिरोह के चार सदस्यों अरमान अली पुत्र अरबुद्दीन अली (उम्र 23 वर्ष), अरबाज पुत्र समीउल्लाह (उम्र 20 वर्ष), इकरामुल हक पुत्र मैनुद्दीन (उम्र 28 वर्ष), जैरुननिशा, पत्नी जैनुद्दीन अंसारी (उम्र 42 वर्ष) को गिरफ्तार किया है।
पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे एक संगठित नेटवर्क का हिस्सा हैं, जो नाबालिग लड़कियों को बहला-फुसलाकर पहले प्रेमजाल में फंसाते हैं, फिर धर्म परिवर्तन कराते हैं और उनका यौन शोषण करते हैं।
पुलिस ने बताया कि इससे पहले भी तीन नाबालिग लड़कियों के अपहरण का मामला इसी थाना क्षेत्र में दर्ज किया गया था, जिन्हें मुंबई से बरामद किया गया था। इस गिरोह की संलिप्तता उस मामले में भी पाई गई है।
एसपी कुशीनगर ने बताया कि गिरोह के अन्य संभावित सदस्यों की तलाश की जा रही है और फर्जी दस्तावेजों की जांच कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने इस मामले को लव जिहाद और मानव तस्करी से जोड़ते हुए इसे गंभीर सामाजिक अपराध बताया है।