-वीर शिवाजी महाराज और स्वामी श्रद्धानंद को लेकर कॉलेज में कवि सम्मेलन का आयोजन
नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। दिल्ली विश्वविद्यालय के स्वामी श्रद्धानंद कॉलेज में स्वामी श्रद्धानंद मेमोरियल कमेटी एवं हिंदी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में वीर शिवाजी महाराज और स्वामी श्रद्धानंद के संदर्भ में एक कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर कॉलेज प्राचार्य प्रोफेसर प्रवीण गर्ग ने कार्यक्रम में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि वीर शिवाजी महाराज और स्वामी श्रद्धानंद के व्यक्तित्व को आत्मसात करते हुए हमें भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की राह में निरंतर आगे बढ़ने के लिए प्रयास करने होंगे। साथ ही उन्होंने कवियों से आग्रह किया कि वीर शिवाजी महाराज एवं स्वामी श्रद्धानंद को याद करते हुए कविता को भारतीय चिंतन की ऐतिहासिक विरासत के साथ साथ समकालीन चुनौतियों से भी जोड़े जाने की महती आवश्यकता है। वीर शिवाजी एवं स्वामी श्रद्धानंद के व्यक्तित्व से विद्यार्थियों को अवगत कराया जाना चाहिए।
कॉलेज प्राचार्य प्रो. गर्ग ने कहा कि कवि सम्मेलनों एवं अन्य माध्यमों से भी हमें भारत, भारतीयता एवं भारतीय चिंतन को समझने के लिए लगातार प्रयास करते रहना चाहिए। वीर शिवाजी को वीर बनाने वाली माता जीजाबाई से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए। वीर शिवाजी के सम्पूर्ण व्यक्तित्व में जीजा बाई के महान प्रयास एवं त्याग भावना झलकती है। स्वामी श्रद्धानंद ने अपना सम्पूर्ण जीवन सनातन धर्म और राष्ट्र प्रेम के लिए न्यौछावर कर दिया। मानव जीवन की सीमाओं से परे स्वामी श्रद्धानंद का व्यक्तित्व हम सब के लिए प्रेरणास्रोत है। स्वामी श्रद्धानंद के अनुसार आर्य समाज की शिक्षाओं के माध्यम से समाज एवं जीवन में व्याप्त समस्याओं का समाधान करते हुए हम राष्ट्रहित में विकसित राष्ट्र की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं।
कवि संदीप सोनी, कवि प्रशांत गुप्ता, कवयित्री रागिनी झा, कवि मुरारी मंडल, कवि धरमवीर धरम ने अपनी कविताओं व संवाद आदि के माध्यम से विद्यार्थियों को अलग अलग रसों की अनुभूति कराई। कार्यक्रम की संयोजक डॉ प्रतिभा ने स्वामी श्रद्धानंद एवं शिवाजी के व्यक्तित्व और कृतित्व को बताते हुए विद्यार्थियों को प्रेरणा ग्रहण करने की शिक्षा दी। वहीं, हिंदी विभाग प्रभारी डॉ अनिल ने सभी कवियों का आभार व्यक्त किया और यह आश्वासन दिया कि भविष्य में इस प्रकार के आयोजन बार बार होते रहेंगे।