-नमामि गंगे ने की गंगा घाटों और प्राचीन शिवालयों की सफाई, सेना के जवानों संग जगाई स्वच्छ गंगा की अलख
वाराणसी, (वेब वार्ता)। महाशिवरात्रि के पूर्व ‘स्वच्छता ही सेवा है, सफाई ही पूजा है’ अभियान के तहत सोमवार को नमामि गंगे गंगा विचार मंच महानगर की ओर से पंचगंगा घाट स्थित प्राचीन शिवालयों की सफाई की गई। 15 दिवसीय अभियान के आठवें दिन श्री मठ के नीचे स्थित अति प्राचीन शिव मंदिरों को संवारने के लिए विशेष श्रमदान किया गया। इस दौरान श्रद्धालुओं और स्वयंसेवकों ने मिलकर मंदिर प्रांगण को गंगाजल से धोया और सफाई कार्य में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
महिलाओं की भी रही सहभागिता, हर-हर महादेव का हुआ जयघोष
अभियान में दर्जनों महिला सदस्यों ने भाग लिया और घाट की सीढ़ियों, मढ़ियों और मंदिर परिसर की सफाई की। सफाई कार्य के दौरान सभी “हर-हर महादेव, शंभु काशी विश्वनाथ गंगे” के जयघोष के साथ जुटे रहे। इसके बाद मंदिरों में गंगाजल से विग्रहों का अभिषेक किया गया और श्रद्धालुओं ने भी जल अर्पित कर पूजा-अर्चना की।
श्रद्धालुओं और स्वयंसेवकों ने श्रीकाशीविश्वनाथाष्टकं के श्लोकों का उच्चारण करते हुए मंदिर में स्थित विग्रहों का गंगाजल, चमेली का तेल, पुष्प, विल्व पत्र, धूप और भस्म से पूजन किया। आयोजकों ने कहा कि मंदिर काशी की अमूल्य धरोहर हैं, और इनकी देखरेख की जिम्मेदारी हर व्यक्ति को उठानी चाहिए।
गंगा टास्क फोर्स के साथ सफाई अभियान
इससे पूर्व, 137 सीईटीएफ 39 जीटीसी गंगा टास्क फोर्स के जवानों के साथ गायघाट पर “स्वच्छ गंगा, निर्मल गंगा” का संदेश दिया गया। गायघाट से पंचगंगा घाट तक श्रद्धालुओं को स्नान के दौरान स्वच्छता के प्रति जागरूक किया गया और उन्हें साबुन व शैंपू के प्रयोग से रोकने की अपील की गई।
रंगोली के जरिए दिया स्वच्छता का संदेश
ब्रह्मा घाट पर आकर्षक रंगोली बनाकर संदेश दिया गया— “सबका साथ हो, गंगा साफ हो”, “हर-हर गंगे”, “नमामि गंगे”, “नहीं रुकेंगे, हम स्वच्छ करेंगे”। इस पहल को श्रद्धालुओं का पूरा समर्थन मिला।
इस दौरान अभियान का नेतृत्व कर रहे मंच के जिला संयोजक शिवम अग्रहरि, गंगा टास्क फोर्स के सूबेदार धनेश कुमार, और फाइन आर्ट की कलाकार चांदनी विश्वकर्मा, दीपशिखा कन्नौजिया, प्रतिमा कश्यप, निधि अग्रवाल, रागिनी सिन्हा, वर्षा कन्नौजिया, अनामिका मौर्य, भीम सिंह, लकी कन्नौजिया समेत सेना के जवान भी उपस्थित रहे।