Sunday, November 16, 2025
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धरोहर, रिश्ते, संस्कृति व सभ्यता की थीम को लेकर धूमधाम से मनाया गया बालोत्सव-3 वार्षिकोत्सव कार्यक्रम

हरदोई, लक्ष्मीकान्त पाठक (वेब वार्ता)। पाठशाला द ग्लोबल स्कूल कहली में बालोत्सव-3 वार्षिकोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसकी थीम हमारी धरोहर, रिश्ते, संस्कृति, सभ्यता थी। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रमुख सचिव रंजन कुमार आयुष खाद्य सुरक्षा औषधि विभाग ने माँ शारदे व संस्था के संरक्षक के चित्र पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित किये। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि ने दीप प्रज्ज्वलित कर की।

जीवन में जल की उपयोगिता के लिए इसके हर एक बूंद को बचाने का संकल्प दिलाया गया। वर्तमान समय में हम सभी को आगे आकर जल संचयन व संरक्षण करने की सभी की जिम्मेदारी है। जल बचाने के लिए जन-जागरण की आवश्यकता है। भविष्य में तभी जल संकट से बचा जा सकता है। कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम, नाटक, गीत, नृत्य, मॉडल प्रस्तुत कर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। दर्शक मंत्र-मुग्ध हो गये। छात्र-छात्राओं द्वारा विभिन्न प्रस्तुतियों को काफी सराहा गया। ‘तारे जमीन पर’ काफी मनमोहक प्रस्तुति थी। कार्यक्रम के माध्यम से हमारी धरोहर, संस्कृति, रिश्ते को पहचानने व संजोने से मानव सभ्यता का विकास होता है। एक कार्यक्रम में ‘बच्चे ईश्वर की कृति हैं’ इसका संदेश दिया। आज भी बच्चे नंगे पैर सड़कों पर कूड़ा बीनने, भट्ठों पर, कारखाने में, दुकानों पर कार्य करने व सड़कों पर भीख मांगने को मजबूर हैं। इस कोमल जीवन को सभी को बचाने का कर्तव्य है। इस कोमल बचपन को बचाने से बेहतर भविष्य को संवारा जा सकता है। विभिन्न कार्यक्रम सरस्वती वंदना, गेस्ट वेलकम, महाराणा प्रताप की वीरता व शौर्य का मंचन, जीवन में मां पिता का महत्व, मोबाइल का ज्यादा प्रयोग से होने वाली हानियां, बाल श्रम आदि विषयों पर संदेश प्रदान कर कार्यक्रमों की प्रस्तुति की।

विद्यालय के प्रबंधक व सदस्य विधान परिषद इंजीनियर अवनीश कुमार सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि पाठशाला का सफर आपके साथ शुरू हुआ है, आपके साथ हमेशा चलता रहेगा। संस्था का उद्देश्य है कोई भी छात्र जब विद्यालय आए तो मुस्कुराता हुआ आए और वापस जाने पर मुस्कुराता हुआ जाए। हमने एक सपना देखा है कि हमारे यहां छात्र जीवन के प्रत्येक कदम में बेस्ट करके एक अच्छे नागरिक बनकर कार्यक्रम का निर्वहन करें। बच्चों के अंदर छिपी हुई प्रतिभा को निकालने में पाठशाला माध्यम बने।

मुख्य अतिथि प्रमुख सचिव रंजन कुमार ने छात्र- छात्राओं की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि ग्रामीण परिवेश में बच्चों के अंदर अनुशासन व टैलेंट देखकर काफी खुशी मिली। वर्तमान समय में हम सभी को समय के साथ अपडेट रखने की आवश्यकता है। हर क्षण नई चीजें आती हैं। शिक्षा के क्षेत्र में आमूल-चूल बदलाव आ रहे हैं। बच्चों में एक चीज कॉमन है कि उन्हें अपने आसपास, परिवेश, विद्यालय व लोगों से प्रेरणा मिली। परिवार पहली पाठशाला है। एक्टिव माइंड के लिए एक्टिव बॉडी होनी चाहिए। देश के प्रति अच्छा सोचें। बच्चों का बेहतर परफॉर्मेंस मेरे लिए एक अच्छी अनुभूति है। बच्चे, अभिभावक व शिक्षक बधाई के पात्र हैं। बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं। कई वरिष्ठ जनों व अपनी फील्ड के बेहतर कार्य करने वालों ने विचार अनुभव साझा किया।

रॉबिन कपूर निदेशक ने बताया स्विमिंग पूल के साथ बच्चों को सेल्फ डिफेंस, जूडो व ताइक्वांडो का प्रशिक्षण देना चाहिए, इससे उनके अंदर आत्मविश्वास का इजाफा होता है। प्रधानाचार्य गार्गी श्रीवास्तव ने संस्था की विकास यात्रा, विद्यालय में सुविधाओं व परफॉर्मेंस पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर मेधावी छात्र-छात्राओं व जागरूक अभिभावकों को मुख्य अतिथि ने मेडल, प्रशस्ति पत्र व अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया।

इस अवसर पर दूर-दराज के जनप्रतिनिधिगण, शिक्षकगण, ग्राम प्रधानगण, डॉक्टर विकास सिंह, सेवानिवृत शिक्षक बाबूराम कनौजिया, सचिन त्रिपाठी, मनोज मिश्रा, संदीप मिश्रा, पुनीत, सेवानिवृत शिक्षक रामपाल, जिला पंचायत रवि प्रकाश सहित अभिभावक गणों ने कार्यक्रम का आनंद उठाया।

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