सोनीपत, राजेश आहूजा (वेब वार्ता)। एक पौधा माँ के नाम अभियान के अंतर्गत आयुष विभाग सोनीपत के तत्वावधान में विभिन्न स्थानों पर औषधीय पौधा वितरण एवं योग-जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डा. राम अवतार के निर्देशन में आयोजित कार्यक्रमों में ग्रामीणों को औषधीय पौधों का वितरण करते हुए इनके महत्व से अवगत करवाया गया।
पीएचसी खेवड़ा, राठधना, आनंदपुर झरोंठ, आंवली तथा खेड़ी तगा आदि स्थानों पर उत्साहपूर्वक एक पौधा माँ के नाम अभियान चलाया गया, जिसके अंतर्गत औषधीय पौधा वितरण एवं योग-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये गये। पीएचसी खेवड़ा में डा. सोनाली तथा राठधना में डा. अमित सिंह के नेतृत्व में कार्यक्रम आयोजित किये गये। डा. सोनाली ने इस दौरान ग्रामीणों को बताया कि आयुर्वेदिक औषधियां किस प्रकार जीवनशैली में शामिल करके शरीर को रोगमुक्त किया जा सकता है। उन्होंने लोगों को स्वस्थ जीवन के लिए औषधीय पौधों के महत्व के बारे में जागरूक किया।
राठधना में आयुष चिकित्सक डा. अमित सिंह ने ग्रामीणों को प्राकृतिक चिकित्सा पद्घत्ति को अपनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने पौधों की देख-रेख तथा उनके औषधीय फायदों के साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में उनके उपयोग की जानकारी दी। इस दौरान योग सहायक सरिता बाल्यान ने योग जागरूकता कार्यक्रम के तहत ग्रामीणों को योग के महत्व से अवगत करवाते हुए योगाभ्यास करवाया। उन्होंने ग्रामीणों को प्रोत्साहित किया कि वे योग को अपने जीवन का अभिन्न अंग बनायें।
इसी प्रकार डा. हिमांशी के निर्देशन में गांव आनंदपुर झरोंठ में तथा डा. सतीश भोला के नेतृत्व में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय आंवली में और डा. सुशील के नेतृत्व में खेड़ी तगा स्थित राजकीय विद्यालय में औषधीय पौधा वितरण एवं योग-जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आंवली में आयुष टीम व सब-सेंटर टीम के संयुक्त प्रयास से एनिमिया जागरूकता कार्यक्रम के तहत ग्रामीणों की हिमोगलोबिन की जांच भी की गई।
इस दौरान जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डा. राम अवतार ने बताया कि आयुष योग सहायक विपुल के विशेष सहयोग से यह कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। योग सहायक ने योगिक सूक्ष्म व्यायाम, सूर्य नमस्कार एवं रोगानुसार योगाभया के बारे में ग्रामीणों को जागरूक किया। उन्होंने डेमो के माध्यम से योगाभ्यास करवाया, जिससे प्रतिभागियों को प्रत्यक्ष अनुभव मिला। यह अभियान केवल पौधारोपण नहीं अपितु जन-जन को आयुर्वेद, प्राकृतिक चिकित्सा और योग से जोडऩे का प्रेरणदायक प्रया है।
आयुष विभाग ने एक पौधा माँ के नाम अभियान के तहत आयोजित किये औषधीय पौधा वितरण कार्यक्रम



