सोनीपत, राजेश आहूजा (वेब वार्ता)। चार दिन पहले अपने घर से निकले और रास्ता भटक गए एक बुजुर्ग महा सिंह पहल को आखिरकार उनके परिवार से मिलवा दिया गया। यह पुनर्मिलन समाज कल्याण शिक्षा समिति द्वारा संचालित वृद्ध आश्रम, पुलिस और स्थानीय नागरिकों की सक्रियता से संभव हो पाया।
घर से निकले, रास्ता भटके और पहुंच गए सोनीपत
महा सिंह पहल, पुत्र चरण सिंह पहल, निवासी गांव गुमड़ (वर्तमान में गन्नौर निवासी), मानसिक रूप से अस्वस्थ होने के कारण घर से घूमने निकले थे। रास्ता भटकने के बाद वे सोनीपत पहुंच गए। वहां उन्हें सिविल लाइन थाने की पुलिस ने अपने संरक्षण में लिया।
एसआई चाँद की सराहनीय पहल
एसआई चाँद ने बुजुर्ग की पहचान व परिवार की जानकारी जुटाने का प्रयास किया। वे बुजुर्ग को लेकर गन्नौर भी गए, लेकिन परिजनों का सुराग नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने बुजुर्ग को वृद्ध आश्रम (समाज कल्याण शिक्षा समिति) में पहुंचाया।
वृद्ध आश्रम में हुई सच्चाई की पड़ताल
वृद्ध आश्रम के संचालक आनंद कुमार ने बुजुर्ग की बातों को धैर्यपूर्वक सुना। बातचीत के दौरान यह जानकारी मिली कि बुजुर्ग का गांव गुमड़ है, लेकिन वे गन्नौर में रहते हैं। उन्होंने बातचीत में यह भी बताया कि “अग्रवाल हॉस्पिटल” उनकी अपनी बिल्डिंग है।
इस सुराग के आधार पर आनंद कुमार ने डॉ. गौतम अग्रवाल से संपर्क किया, जिन्होंने बुजुर्ग को पहचान लिया और तुरंत उनके परिवार से संपर्क कर उन्हें सूचना दी।
परिवार से हुआ भावुक मिलन
डॉ. गौतम अग्रवाल की सहायता से महा सिंह पहल का परिवार वृद्ध आश्रम पहुंचा और बुजुर्ग को अपने साथ सकुशल ले गया। चार दिन से बिछड़ा परिवार, अपने सदस्य को पाकर भावुक हो गया और वृद्ध आश्रम व पुलिस का आभार जताया।