मॉन्ट्रियल, (वेब वार्ता)। जापान की चार बार की ग्रैंड स्लैम विजेता नाओमी ओसाका ने एक बार फिर अपनी शानदार वापसी का संकेत दिया है। बुधवार (भारतीय समयानुसार गुरुवार) को कनेडियन ओपन 2025 के सेमीफाइनल में उन्होंने डेनमार्क की युवा खिलाड़ी क्लारा टॉसन को हराकर फाइनल में जगह पक्की कर ली।
ओसाका ने टॉसन को 6-2, 7-6 (9/7) से हराया। इस जीत के साथ न केवल उन्होंने एक बड़े टूर्नामेंट में फाइनल में जगह बनाई, बल्कि यह भी साबित कर दिया कि चोट और ब्रेक के बाद वह एक बार फिर फॉर्म में लौट चुकी हैं। यह उनका 2022 मियामी ओपन के बाद पहला WTA 1000 फाइनल है और 2021 ऑस्ट्रेलियन ओपन के बाद उनकी पहली टूर-लेवल खिताबी कोशिश होगी।
🏆 पहला सेट: ओसाका का दबदबा
मैच की शुरुआत से ही ओसाका ने अपना अनुभव दिखाया। पहले सेट में उन्होंने तेज़ सर्विस और सटीक बेसलाइन शॉट्स से टॉसन को बैकफुट पर रखा और आसानी से 6-2 से सेट जीत लिया।
⚔️ दूसरा सेट: रोमांच और वापसी की कोशिश
दूसरे सेट में क्लारा टॉसन ने दमदार वापसी की। उन्होंने दो बार ब्रेक लेकर स्कोर को बराबरी तक पहुंचाया और मैच को टाईब्रेक में ले गईं। टाईब्रेक में टॉसन को 6-4 की बढ़त मिल गई थी, लेकिन वह दो सेट पॉइंट को भुना नहीं सकीं। इसके बाद ओसाका ने धैर्य और आत्मविश्वास से खेलते हुए 9-7 से टाईब्रेक जीतकर मैच अपने नाम कर लिया।
🔥 मोबोको बनीं चौंकाने वाली फाइनलिस्ट
दूसरे सेमीफाइनल में कनाडा की 18 वर्षीय विक्टोरिया मोबोको ने मौजूदा विंबलडन चैंपियन एलेना रायबाकिना को एक रोमांचक मुकाबले में 1-6, 7-5, 7-6 (7/4) से हराकर सबको चौंका दिया। इस जीत में उन्होंने एक मैच प्वाइंट बचाया, जो उनकी मानसिक मजबूती और आत्मविश्वास का बड़ा संकेत है।
🗣 ओसाका ने की मोबोको की तारीफ
फाइनल मुकाबले को लेकर ओसाका ने कहा,
“मैं बहुत खुश हूं कि इतने लंबे समय बाद हार्ड कोर्ट फाइनल खेलूंगी। मैंने मोबोको का मैच देखा। वह शांत बनी रहीं और जिस तरह उन्होंने मैच प्वाइंट से वापसी की, वह काबिल-ए-तारीफ है, खासकर एक 18 साल की खिलाड़ी के लिए।”
🎯 रैंकिंग में मिलेगी बढ़त
इस प्रदर्शन के दम पर ओसाका की वर्ल्ड रैंकिंग में उल्लेखनीय सुधार होने की संभावना है। इससे US ओपन 2025 में उन्हें सीडेड खिलाड़ी के रूप में जगह मिलने की राह भी आसान हो जाएगी। यह उनके लिए न केवल आत्मविश्वास बढ़ाने वाला क्षण है, बल्कि दुनिया भर के फैंस के लिए भी एक उत्साहजनक संकेत है।