मॉन्ट्रियल, (वेब वार्ता)। कनाडा की 18 वर्षीय टेनिस सनसनी विक्टोरिया म्बोको ने कैनेडियन ओपन के फाइनल में जगह बनाकर इतिहास रच दिया है। म्बोको ने सेमीफाइनल में विश्व रैंकिंग में नौवीं स्थान पर काबिज एलेना रयबाकिना को कड़े मुकाबले में 1-6, 7-5, 7-6(4) से हराया। इस जीत के साथ ही उन्होंने एक नहीं बल्कि कई ऐतिहासिक रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए हैं।
तीन ग्रैंड स्लैम विजेताओं को हराने वाली पहली कनाडाई
विक्टोरिया म्बोको अब ओपन एरा की पहली कनाडाई खिलाड़ी बन गई हैं जिन्होंने एक ही डब्ल्यूटीए इवेंट में तीन पूर्व ग्रैंड स्लैम चैंपियन को हराया। उन्होंने कोको गॉफ, सोफिया केनिन, और एलेना रयबाकिना जैसी शीर्ष खिलाड़ियों को शिकस्त दी। यह उपलब्धि न केवल उनके टेनिस कौशल को दर्शाती है, बल्कि मानसिक दृढ़ता और रणनीतिक तैयारी का भी प्रमाण है।
वाइल्डकार्ड से इतिहास तक
विक्टोरिया म्बोको की इस टूर्नामेंट में वाइल्डकार्ड एंट्री हुई थी। इसके बावजूद उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल में जगह बनाई है। वह ओपन एरा में वाइल्डकार्ड एंट्री के बाद फाइनल में पहुंचने वाली सिर्फ तीसरी खिलाड़ी हैं। इससे पहले यह कारनामा मोनिका सेलेस (1995) और सिमोना हालेप (2015) ने किया था।
सबसे युवा फाइनलिस्ट
म्बोको, कैनेडियन ओपन के इतिहास में सबसे युवा फाइनलिस्ट बन गई हैं। उनसे पहले फेय अर्बन (1968, 1969), विकी बर्नर (1969) और बियांका एंड्रीस्कू (2019) ने फाइनल में जगह बनाई थी। लेकिन उम्र के लिहाज से म्बोको की यह उपलब्धि और भी खास हो जाती है।
विक्टोरिया बोलीं: “हर पाइंट था निर्णायक”
सेमीफाइनल के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी भावनाएं साझा करते हुए म्बोको ने कहा,
“टाईब्रेकर में हर पाइंट मायने रखता है। मुझे इसका ध्यान था। मैं कोर्ट में ज्यादा से ज्यादा गेंदें डालना चाहती थी और जितना हो सके उतनी ताकत लगाना चाहती थी। मैच के दौरान बहुत तनावपूर्ण पल भी होते हैं, ऐसे में मैं खुद को शांत रखने की कोशिश भी कर रही थी और हमेशा आगे के पाइंट पर ध्यान केंद्रित कर रही थी।”
फाइनल में होगा रोमांच: ओसाका से भिड़ंत
फाइनल में म्बोको का मुकाबला जापान की चार बार की ग्रैंड स्लैम विजेता नाओमी ओसाका से होगा। ओसाका ने क्लारा टॉसन को हराकर 2022 के बाद अपने पहले डब्ल्यूटीए 1000 फाइनल में जगह बनाई है। यह मुकाबला दो पीढ़ियों की भिड़ंत के रूप में देखा जा रहा है — एक तरफ ओसाका का अनुभव, तो दूसरी ओर म्बोको की युवा ऊर्जा और आत्मविश्वास।
क्यों है यह जीत खास?
यह जीत कनाडा के टेनिस इतिहास में एक नए युग की शुरुआत मानी जा रही है।
म्बोको की सफलता महिला टेनिस में कनाडा की भविष्य की उम्मीदों को मजबूती देती है।
वाइल्डकार्ड से फाइनल तक का सफर युवाओं के लिए प्रेरणादायक मिसाल है।
नज़रें अब फाइनल पर
गुरुवार को होने वाला फाइनल मुकाबला टेनिस प्रेमियों के लिए रोमांच से भरपूर होगा। म्बोको जहां पहली बार इतने बड़े मंच पर उतरेंगी, वहीं ओसाका अनुभव के साथ उतरेंगी। दोनों ही खिलाड़ी बेहतरीन फॉर्म में हैं और यह मुकाबला साल के बेहतरीन मैचों में से एक हो सकता है।