रांची, 26 फरवरी (वेब वार्ता)। भारत और इंग्लैंड की टीमों के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का चौथा मैच रांची के झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया। ये मैच काफी उतार चढ़ाव से भरा रहा, लेकिन अंत में टीम इंडिया ने बाजी मारी। इस मैच में टीम इंडिया पहली पारी के बाद पिछड़ गई थी, मगर भारतीय खिलाड़ियों ने दूसरी पारी में धमाकेदार वापसी की और मुकाबला अपने नाम किया।
टीम इंडिया ने जीता रांची टेस्ट मैच
रांची टेस्ट मैच में इंग्लैंड की टीम ने भारत को जीत के लिए 192 रनों का टारगेट दिया था। इसके जवाब में टीम इंडिया को शानदार शुरुआत मिली थी। रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल ने मिलकर 84 रन जोड़े थे। इसके बाद टीम इंडिया की पारी लड़खड़ा गई और भारतीय टीम ने अपने 5 विकेट 120 रन तक पहुंचने में ही गंवा दिए। लेकिन शुभमन गिल और ध्रुव जुरेल ने पारी को संभाला और टीम को जीत तक पहुंचाया। शुभमन गिल ने नाबाद 52 रन बनाए। वहीं, ध्रुव जुरेल ने भी नाबाद 39 रन की पारी खेली।
पहली पारी में पिछड़ने के बाद मारी बाजी
इंग्लैंड की टीम ने इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 353 रन बनाए थे। इसके जवाब में टीम इंडिया ने अपनी पहली पारी में 307 रन ही बनाए थे और 46 रन से वह पिछड़ गई थी। लेकिन दूसरी पारी में भारतीय गेंदबाजों ने कमाल का प्रदर्शन किया। दूसरी पारी में आर अश्विन सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने 51 रन देकर 5 विकेट अपने नाम किए। वहीं, कुलदीप यादव ने 22 रन खर्च करके 4 विकेट हासिल किए। इस शानदार खेल के चलते इंग्लैंड की टीम दूसरी पारी में 145 रन पर ढेर हो गई।
ध्रुव जुरेल ने खेली जुझारू पारी
इस मैच की पहली पारी में टीम इंडिया को 307 रन तक पहुंचाने में ध्रुव जुरेल का सबसे बड़ा योगदान रहा था। पहली पारी में वह जब बल्लेबाजी करने उतरे थे तब भारतीय टीम 5 विकेट पर 161 रन बनाकर 192 रनों से पिछड़ रही थी। लेकिन अपना दूसरा टेस्ट मैच खेल रहे ध्रुव जुरेल ने इस कठिन परिस्थिति में टीम को संभालने का काम किया और 149 गेंदों पर 90 रन बनाए और भारत को इंग्लैंड के कुल स्कोर के करीब पहुंचने में मदद की थी। इस पारी के दौरान ध्रुव जुरेल ने 6 चौके और 4 छक्के जड़े थे। हालांकि वह शतक लगाने से चूक गए थे।
दूसरी पारी में रोहित शर्मा ने जड़ा अर्धशतक
लक्ष्य का पीछे करते हुए रोहित शर्मा ने भी एक अहम पारी खेली। रोहित शर्मा ने इस मैच की दूसरी पारी में 81 गेंदों पर 5 चौके और 1 छक्के की मदद से 55 रन बनाए। बतौर कप्तान उन्होंने मैच की आखिरी पारी में पहली बार अर्धशतक जड़ा और टीम के लिए जीत की नींव रखी।