Sunday, October 5, 2025
व्हाट्सएप पर हमसे जुड़ें

शिबू सोरेन के निधन पर राष्ट्रपति, पीएम मोदी, सीएम योगी समेत कई नेताओं ने जताया गहरा शोक

नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के संस्थापक और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के निधन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत देश भर के नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। शिबू सोरेन का लंबी बीमारी के बाद दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में निधन हो गया। वे 81 वर्ष के थे। उन्हें गुर्दा और हृदय संबंधी समस्याएं थीं।

उनके निधन से देश की राजनीति और आदिवासी समाज को एक अपूरणीय क्षति पहुंची है।


राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जताया शोक

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि,

“श्री शिबू सोरेन जी का निधन सामाजिक न्याय के क्षेत्र में एक बड़ी क्षति है। उन्होंने आदिवासी पहचान और झारखंड राज्य के गठन के लिए संघर्ष किया। लोगों के कल्याण के लिए उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा।”


प्रधानमंत्री मोदी ने बताया ‘जमीनी नेता’

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा:

“श्री शिबू सोरेन जी एक जमीनी नेता थे, जिन्होंने जनता के प्रति अटूट समर्पण के साथ सार्वजनिक जीवन में तरक्की की। वे आदिवासी समुदायों, गरीबों और वंचितों को सशक्त बनाने के लिए समर्पित थे। मैंने हेमंत सोरेन जी से बात की और संवेदना व्यक्त की।”


सीएम योगी आदित्यनाथ का श्रद्धांजलि संदेश

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संदेश में कहा:

“जनजातीय समाज के उत्थान में उन्होंने अपना जीवन समर्पित किया। ईश्वर दिवंगत आत्मा को सद्गति एवं परिजनों को यह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।”


मायावती, राहुल गांधी, केजरीवाल सहित अन्य नेताओं की श्रद्धांजलि

  • मायावती: “दिग्गज आदिवासी नेता शिबू सोरेन का निधन अति-दुखद। हेमंत सोरेन जी व परिवार के प्रति मेरी संवेदना।”

  • राहुल गांधी: “आदिवासियों के लिए आजीवन संघर्ष किया, उनकी भूमिका ऐतिहासिक रही।”

  • अरविंद केजरीवाल: “वह केवल राजनेता नहीं, बल्कि आदिवासी समाज की आत्मा थे।”


अन्य प्रमुख नेताओं की प्रतिक्रियाएं

  • अमित शाह: “उन्होंने दशकों तक आदिवासी समुदाय के अधिकारों के लिए संघर्ष किया।”

  • लालू प्रसाद यादव: “दलितों और आदिवासियों के महान नेता थे।”

  • प्रियंका गांधी: “उनका निधन एक अपूरणीय क्षति है।”

  • रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह: “हमेशा जनता और जमीन से जुड़े रहे।”

  • मल्लिकार्जुन खरगे: “उन्होंने जल-जंगल-जमीन के अधिकारों के लिए जीवन समर्पित किया।”

  • अशोक गहलोत: “आदिवासी कल्याण के लिए समर्पित नेता थे।”


शिबू सोरेन का जीवन परिचय

  • जन्म: 11 जनवरी 1944, झारखंड (पूर्व में बिहार)

  • लोकप्रिय उपनाम: दिशोम गुरु

  • राजनीतिक जीवन: तीन बार झारखंड के मुख्यमंत्री, केंद्रीय कोयला मंत्री, सात बार सांसद

  • योगदान: पृथक झारखंड राज्य निर्माण, आदिवासी अधिकारों की लड़ाई, सामाजिक न्याय का प्रतीक


निष्कर्ष

शिबू सोरेन का निधन भारत के सामाजिक और राजनीतिक परिदृश्य के लिए एक युग का अंत है। आदिवासी समाज की आत्मा कहे जाने वाले इस नेता ने जल, जंगल, जमीन और जन अधिकारों के लिए संघर्ष किया। देश भर से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की जा रही है। उनका संघर्ष और बलिदान हमेशा नई पीढ़ियों को प्रेरणा देता रहेगा।

Author

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisement -spot_img

Latest

More articles