नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा है कि मंगलवार को इंडिया गठबंधन के नेताओं की संसद भवन परिसर में एक अहम बैठक आयोजित की गई, जिसमें जनता से जुड़े मुद्दों को एकजुट होकर उठाने पर चर्चा की गई। बैठक में विशेष रूप से सीमा सुरक्षा, न्यायपालिका की टिप्पणी, और लोकतांत्रिक अधिकारों के संरक्षण जैसे संवेदनशील विषयों पर मंथन हुआ।
🤝 विपक्षी दलों की साझा रणनीति
बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, तृणमूल कांग्रेस, डीएमके, राजद, समाजवादी पार्टी, और आम आदमी पार्टी सहित INDIA गठबंधन के वरिष्ठ नेता मौजूद थे। राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा –
“हम मिलकर जनता के हक़ और लोकतंत्र की रक्षा के लिए सदन में आवाज़ उठाते रहेंगे।”
⚖️ न्यायाधीश की टिप्पणी पर नाराज़गी
बैठक का एक अहम मुद्दा उच्चतम न्यायालय के एक वर्तमान न्यायाधीश द्वारा राहुल गांधी पर की गई टिप्पणी रहा। विपक्षी दलों ने इसे लोकतंत्र के खिलाफ बताया और कहा कि—
“यह टिप्पणी एक राजनीतिक दल के लोकतांत्रिक अधिकारों के विरुद्ध है।”
उन्होंने कहा कि विपक्ष की यह जिम्मेदारी है कि वह सरकार की नीतियों और कार्यप्रणाली पर प्रश्न उठाए और उसे जवाबदेह ठहराए, खासकर तब जब सवाल राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हो।
🇮🇳 सीमाओं की सुरक्षा पर सरकार विफल: विपक्ष
बैठक में यह भी चर्चा की गई कि भारत की सीमाओं की रक्षा करने में सरकार की विफलता एक गंभीर चिंता का विषय है। INDIA गठबंधन के नेताओं ने सरकार से स्पष्ट जवाब देने की मांग की। उन्होंने दोहराया कि—
“सीमा सुरक्षा में विफलता पर सरकार को जवाबदेह ठहराना हर नागरिक और जनप्रतिनिधि का नैतिक कर्तव्य है।”
📢 विपक्षी एकता का संदेश
बैठक से यह स्पष्ट संकेत गया कि आने वाले दिनों में विपक्षी दल संसद में मिलकर और आक्रामक रुख अपनाते हुए जनता से जुड़े मुद्दों पर सरकार को घेरेगे, जैसे:
बेरोज़गारी
महंगाई
किसानों की समस्याएं
संविधानिक संस्थाओं की स्वतंत्रता