नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। आम आदमी पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए ‘संसद में भी केजरीवाल तो दिल्ली होगी और खुशहाल’ कैंपेंन शुक्रवार को लॉन्च कर दिया। आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान ने दिल्ली के चारों उम्मीदवारों के साथ यह कैंपेन लॉन्च किया।
इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अभी आपका बेटा भाजपा, एलजी और केंद्र सरकार से अकेले लड़ रहा है। इस बार इंडिया गठबंधन को सातों सांसद देकर अपने बेटे को मजबूत करें। इस दौरान पंजाब के सीएम सीएम भगवंत मान ने दिल्ली की जनता से अपील की है कि वे यहां से संसद में सात उम्मीदवारों को भेजें, हम पंजाब से 13 भेजेंगे।
मान ने कहा कि अगर दिल्ली-पंजाब में आप का बहुमत नहीं होता तो भाजपा हमारी सरकार नहीं चलने देते। इसका ताजा उदाहरण हाल ही में हिमाचल प्रदेश में सरकार गिराने को लेकर हुए घटनाक्रम से लगाया जा सकता है।
सीएम मान ने कहा कि दिल्ली देश में सबसे ज्यादा टैक्स देने वाला राज्य है। टैक्स का पैसा वापस दिल्लीवालों के पास आना चाहिए लेकिन नहीं आ रहा है। यह टैक्स का पैसा कहां जा रहा है? इनकी पार्टी का मुख्यालय किसी सेवन स्टार होटल से कम नहीं लगता है। दिल्ली के लोगों का पैसा यहां लग गया और यहीं पर बैठ कर ये लोग दिल्लीवालों के खिलाफ फैसले करते हैं। हम जनता के लिए लड़ रहे हैं तो ये लोग हमारे नेताओं को उठाकर जेल में डाल दे रहे हैं।
अरविंद केजरीवाल को ईडी के अब तक नौ नोटिस आ चुके हैं। ईडी वाले बुलाने का कारण नहीं बताते हैं। यह बात समझने वाली है कि तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, केरल, दिल्ली और पंजाब के राज्यपाल व उपराज्यपाल ही क्यों मुख्यमंत्रियों को चिट्ठियां लिखते हैं। कभी उत्तर प्रदेश और गुजरात के राज्यपालों ने अपने मुख्यमंत्री को चिट्ठी क्यों नहीं लिखी? इन राज्यों का भी एक ही तिरंगा झंडा है। इन राज्यों में भी देशभक्त लोग रहते हैं।