तियानजिन/नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ तियानजिन में द्विपक्षीय बैठक की। बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने सीमा प्रबंधन, द्विपक्षीय संबंध और क्षेत्रीय सहयोग जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा की।
प्रधानमंत्री मोदी ने चीन की ओर से दिए गए गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए राष्ट्रपति शी जिनपिंग का आभार जताया। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष कज़ान में हुई सार्थक वार्ता ने भारत-चीन संबंधों को सकारात्मक दिशा दी है।
🛑 सीमा प्रबंधन और स्थिरता
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि सीमा पर विघटन के बाद शांति और स्थिरता का माहौल स्थापित हुआ है। दोनों देशों के विशेष प्रतिनिधियों के बीच सीमा प्रबंधन को लेकर समझौता हुआ है।
पीएम मोदी ने कहा – “हमारे विशेष प्रतिनिधियों ने सीमा प्रबंधन पर सहमति बनाई है। कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर से शुरू हो गई है और दोनों देशों के बीच सीधी उड़ानें भी जल्द शुरू होंगी।”
✈️ द्विपक्षीय सहयोग और जन-जन की भलाई
प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि भारत-चीन के बीच सहयोग केवल दोनों देशों के 2.8 अरब लोगों के हित से जुड़ा नहीं है, बल्कि यह पूरी मानवता के कल्याण का मार्ग भी प्रशस्त करेगा।
🎯 आपसी विश्वास और सम्मान पर रिश्ते
प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट किया कि भारत आपसी विश्वास, सम्मान और संवेदनशीलता के आधार पर रिश्तों को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।
🌏 एससीओ और वैश्विक नेतृत्व
प्रधानमंत्री ने चीन को एससीओ (Shanghai Cooperation Organisation) की सफल अध्यक्षता के लिए बधाई दी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग को भारत-चीन रिश्तों को और मजबूत बनाने के लिए आमंत्रण देने पर धन्यवाद किया।
Sharing my remarks during meeting with President Xi Jinping. https://t.co/pw1OAMBWdc
— Narendra Modi (@narendramodi) August 31, 2025