वाराणसी/नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ‘पीएम-किसान सम्मान निधि’ की 20वीं किस्त जारी करते हुए पिछली सरकारों पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने जोर देकर कहा कि जहाँ पहले की सरकारों में किसानों के नाम पर एक घोषणा का पूरा होना भी मुश्किल होता था, वहीं भाजपा सरकार जो कहती है, उसे करके दिखाती है। प्रधानमंत्री ने ‘पीएम-किसान सम्मान निधि’ को अपनी सरकार के पक्के इरादों का एक ज्वलंत उदाहरण बताया।
वाराणसी में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने याद दिलाया कि जब 2019 में किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत हुई थी, तब समाजवादी पार्टी और कांग्रेस जैसे “विकास विरोधी दल” जमकर अफवाहें फैला रहे थे। उन्होंने कहा, “ये दल लोगों को गुमराह कर रहे थे और किसानों को उलझन में डाल रहे थे। कोई कहता था कि यह (पीएम मोदी) भले योजना लाए, लेकिन जैसे ही 2019 का चुनाव जाएगा, यह सब बंद हो जाएगा। यही नहीं, पीएम मोदी ने जो पैसा जमा किया है, वह भी वापस निकाल लेंगे।”
प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर तीखा हमला जारी रखते हुए कहा, “यही देश का दुर्भाग्य है कि निराशा की गर्त में डूबे विरोधी मानसिकता वाले लोग ऐसी झूठी सच्चाई को लेकर जी रहे हैं। ये सिर्फ किसानों और देश के लोगों से झूठ बोल सकते हैं। क्या इतने सालों में एक भी किसान सम्मान निधि की किस्त बंद हुई? आज तक किसान सम्मान निधि की किस्त बिना किसी ब्रेक के जारी है और पौने 4 लाख करोड़ रुपए किसानों के खातों में सीधे भेजे जा चुके हैं। सिर्फ उत्तर प्रदेश में ही किसानों को 90 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा भेजे गए हैं।”
उन्होंने ‘फसल बीमा योजना’ का भी उदाहरण दिया, यह बताते हुए कि इस योजना के तहत बीमा के माध्यम से अब तक पौने 2 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का क्लेम किसानों को दिया जा चुका है, जो किसानों की सुरक्षा और सशक्तिकरण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
प्रधानमंत्री ने कृषि अर्थव्यवस्था में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि सरकार ‘लखपति दीदी’ अभियान चला रही है, जिसका लक्ष्य देश में 3 करोड़ लखपति दीदी बनाना है। इसी संदर्भ में, प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि “यह समाजवादी पार्टी वाले आंकड़ा सुनकर ही साइकिल लेकर भाग जाएंगे।”
इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वाराणसी में 2200 करोड़ रुपए से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इसी कार्यक्रम स्थल से उन्होंने देशभर के 9.7 करोड़ से अधिक किसानों के खातों में 20,500 करोड़ रुपए से अधिक की राशि हस्तांतरित की, जिससे देश के किसानों को सीधा लाभ मिला।