नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। स्वतंत्रता संग्राम के महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद की जयंती पर आज देश के प्रमुख नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आजाद के साहस, बलिदान और देशभक्ति की भावना को याद करते हुए उनके योगदान को सराहा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि चंद्रशेखर आजाद वीरता और साहस के प्रतीक थे। उन्होंने भारत की स्वतंत्रता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और युवाओं को न्याय के लिए डटकर मुकाबला करने की प्रेरणा दी।
Tributes to Chandra Shekhar Azad on his birth anniversary. He epitomised unparalleled valour and grit. His role in India’s quest for freedom is deeply valued and motivates our youth to stand up for what is just, with courage and conviction.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 23, 2025
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आजाद को सच्चा देशभक्त बताते हुए कहा कि उन्होंने अपनी क्रांतिकारी भावना से अंग्रेजी शासन की नींव हिला दी।
उन्होंने कहा, “आजाद ने अंतिम सांस तक स्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया और राष्ट्रसेवा का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया।”
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चंद्रशेखर आजाद को मां भारती का सच्चा सपूत बताया और कहा कि आजाद ने स्वदेशी, स्वराज और भारतीय संस्कृति के प्रति जन जागृति पैदा की और स्वतंत्रता आंदोलन को जन-आंदोलन में बदला।
केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने आजाद के समर्पण को प्रेरणादायी बताते हुए कहा कि उनका जीवन देशभक्ति का प्रतीक है।
उन्होंने कहा, “मातृभूमि को परतंत्रता की बेड़ियों से मुक्त कराने के लिए अपना सर्वस्व अर्पण करने वाले महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद जी की जयंती पर उन्हें शत्-शत् नमन। राष्ट्र के प्रति उनका समर्पण सदैव प्रेरणास्रोत रहेगा।”
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चंद्रशेखर आजाद को साहस और दृढ़ता का पर्याय बताया और कहा कि आजाद की बलिदान गाथा युगों-युगों तक प्रेरित करती रहेगी।
उन्होंने कहा, “मां भारती के अनन्य उपासक, दृढ़ता, साहस और आत्मविश्वास के पर्याय, महान क्रांतिकारी, वीर हुतात्मा चंद्रशेखर आजाद की जयंती पर कोटिश: नमन करता हूं! मातृभूमि की स्वतंत्रता के लिए आपने त्याग, संघर्ष और बलिदान की जो गाथा लिखी है, वह युगों-युगों तक राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करती रहेगी। वीर सपूत के चरणों में बारंबार प्रणाम!”
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आजाद को वीरता का अद्वितीय प्रतीक बताते हुए उनके जीवन को माँ भारती की सेवा में समर्पित बताया।
उन्होंने कहा, “मां भारती की स्वतंत्रता के लिए अपना सर्वस्व जीवन खपा देने वाले, साहस व वीरता के अद्वितीय प्रतीक, महान क्रांतिकारी, अमर बलिदानी चंद्रशेखर आजाद जी की जयंती पर कोटिश: नमन करता हूं!”
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आजाद के क्रांतिकारी योगदान को याद करते हुए कहा कि उनका प्रसिद्ध कथन, “दुश्मन की गोलियों का हम सामना करेंगे, आजाद ही रहे हैं और आजाद ही रहेंगे।”
उन्होंने कहा, “स्वतंत्रता संग्राम के महान क्रांतिवीर, अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद जी की जयंती पर उन्हें श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं। चन्द्रशेखर आजाद जी ने अपनी अद्वितीय देशभक्ति से अंग्रेजी हुकूमत की नींव हिलाने का काम किया और समस्त राष्ट्र को स्वतंत्रता के प्रति जागरूक किया। उन्होंने अपने जीवन के सर्वोत्तम क्षणों को देश की आज़ादी के लिए समर्पित कर दिया। उनका जीवन भारतीय स्वाधीनता संग्राम की एक अनमोल धरोहर है। “दुश्मन की गोलियों का हम सामना करेंगे, आजाद ही रहे हैं और आजाद ही रहेंगे”—उनका यह वाक्य आज भी हम सभी के हृदय में गूंजता है तथा राष्ट्रसेवा हेतु हर भारतीय को प्रेरित करता है।”